![Picsart_22-03-05_19-19-36-994.jpg](https://i0.wp.com/www.cgmp.co.in/wp-content/uploads/2022/03/Picsart_22-03-05_19-19-36-994.jpg?resize=440%2C230&ssl=1)
![](https://www.cgmp.co.in/wp-content/uploads/2024/06/picsart_24-06-28_16-32-10-7591370341123526656217.jpg)
जगदलपुर: दीक्षांत समारोह में राज्यपाल अनुसुईया उइके के अलावा प्रोफेसर डॉ. अरुण कुमार सिन्हा पूर्व कुलपति पटना विश्वविद्यालय मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रहे दीक्षांत समारोह में सांसद व बस्तर संभाग के विधायको की भी मौजूदगी रही।
इस दौरान राज्यपाल ने मीडिया कर्मियों से चर्चा करते हुए कहा शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग का समर्थन किया
वही बस्तर जैसे आदिवासी बहुल इलाके में डॉक्टरों की कमी पर चिंता जताई । राज्यपाल ने मेकाज में महंगे मशीनरी उपकरण के बावजूद डॉक्टरों की कमी पर चिंता जताई एवं बस्तर के प्रशिक्षु डॉक्टरों को बस्तर में ही सेवा देने पर जोर दिया।
राज्यपाल ने बस्तर में नक्सलियों के लगातार आत्मसमर्पण को लेकर पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की एवं नक्सली घटनाओं में आ रही कमी पर खुशी जताई ।उन्होंने नक्सली मामलों में जेलों में बंद आदिवासियों की जल्द रिहाई की बात भी कही ।