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रायपुर। मिशन 2023 में जुटी छत्तीसगढ़ भाजपा अपने रणनीति में बदलाव करते हुए कार्यकर्ताओं को पहले प्रशिक्षित कर रही है इसके बाद उन्हें मैदान में उतारा जा रहा है। अब तक हुए आंदोलनों और सरकार विरोधी अभियानों में कुछ ऐसा ही देखने को मिला है।
कार्यकर्ताओं को छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर और सह प्रभारी नितिन नबीन स्वयं मार्गदर्शन दे रहे हैं। पिछले सप्ताह ही द्वय नेताओं ने न केवल भाजपा के प्रदेश मंत्रियों के साथ घंटों मंत्रणा की ,बल्कि अलग-अलग मोर्चा-प्रकोष्ठों को मुद्दों की बारीकियों से अवगत कराया। किसानों के मामले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का मामला हो या फिर आदिवासियों के तेंदूपत्ता बोनस का मामला।
इतना ही नहीं, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षा में धांधली के मामले में भी भारतीय जनता युवा मोर्चा को पहले प्रशिक्षित किया गया। 17 मई को युवाओं को प्रशिक्षित किया गया और 19 मई को भाजयुमों ने बड़ा प्रदर्शन किया। यही वजह है कि नेता से लेकर कार्यकर्ताओं के बीच में किसी भी मुद्दे पर एकरूपता देखने को मिली।
पिछले दिनों भाजपा के प्रदेश प्रभारी माथुर ने भाजपा महिला मोर्चा की पदाधिकारियों को भी राज्य सरकार के शराबबंदी के वादे को लेकर आंदोलन करने को कहा। इसमेंपार्टी ने तय किया महिलाएं शराब घोटाले को लेकर जनता के बीच जाएंगी और भाजयुमो के कार्यकर्ता सभी 800 शराब दुकानों में पार्टी द्वारा जारी पोस्टर चस्पा करेगा। महिला मोर्चा इस मुद्दे को लेकर जिलों में किस तरह प्रदर्शन करेगा इसकी बारीकियों से अवगत कराया गया।कार्यकर्ताओं के सामने नेता दे रहे प्रजेंटेशन: भाजपा की बैठकों में बाकायदा कार्यकर्ताओं को प्रजेंटेशन देकर आंदोलनों से अवगत कराया जा रहा है। पिछले दिनों प्रदेश भाजपा के महामंत्री केदार कश्यप ने तेंदूपत्ता संग्रहण और तेनंदूपत्ता संग्राहकों की समस्याओं व उनके रुके भुगतान को लेकर किए गए आंदोलनों और किसान चौपाल कार्यक्रम की बारीकियों को समझाया।जबकि प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने ‘चलबो गौठान-खोलबो पोल’ अभियान की रूपरेखा से अवगत कराया। प्रदेश में अभी यह अभियान जारी है। इसके पहले मोर आवास, मोर अधिकार अभियान के लिए भी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया था।