रायपुर: जीवन में कुछ कर गुजरने की ललक के साथ कटेकल्याण की मनीषा जायसवाल ने नर्सिंग की पढ़ाई करने की ठानी, किंतु परिवार में आर्थिक तंगी उसके सुंदर भविष्य की राह रोक खड़ी थी। श्रम विभाग अंतर्गत संचालित मेधावी छात्र छात्रा शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत प्राप्त राशि से मनीषा आज अपनी नर्सिंग की पढ़ाई पूरी कर रही है। अपने सपने को पूरा करने की राह पर अग्रसर मनीषा ने इसका श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दिया है। भेंट मुलाकात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से संवाद के दौरान मनीषा ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति सही नही होने के कारण, मनीषा की नर्सिंग की पढ़ाई, मात्र सपना बनकर रह गई थी। उसके जीवन में बदलाव की बयार आई जब उसे मेधावी शिक्षा प्रोत्साहन योजना का लाभ मिला। मनीषा को अब तक 93 हजार रुपए प्रदान हो चुके हैं। जिससे वो अपनी नर्सिंग की पढ़ाई पूरी कर रही है।
शुरुआत से ही पढ़ाई के क्षेत्र में उम्दा रहीं मनीषा को मेडिकल क्षेत्र में आगे की पढ़ाई करनी थी। पिता रोजी मजदूरी कर, कड़ी मेहनत से दो वक्त की रोटी जुटा पाते थे। ऐसे में मनीषा के लिए नर्सिंग की महंगी पढ़ाई करना असंभव था। जब श्रम विभाग के अंतर्गत उनके पिता श्री महेश जायसवाल का पंजीयन राजमिस्त्री प्रवर्ग में हुआ। तब मनीषा को मेधावी छात्र-छात्रा शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत पढ़ाई हेतु सहायता राशि प्रदान होने लगी। आज मनीषा ने नम आंखों से बताया की शासन की योजना के चलते ही वह इस काबिल बन पाएगी कि एक सफल नर्स बनकर मुख्यमंत्री का मान बढ़ा सके।