सुकमा: नक्सलियों ने फिर उत्पात मचाया है। इस बार नक्सलियों ने 25 अप्रैल को दंडकारण्य (दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा) बंद के दौरान कायराना हरकत की है। बताया जा रहा है कि रविवार रात को ही नक्सलियों ने एक बस को आग के हवाले कर दिया। जिससे बस पूरी तरह से जलकर राख हो गई है।
जानकारी के मुताबिक, नक्सली देर रात को सुकमा जिले के कोंटा से 15 किलोमीटर दूर स्थित सरिवेल्ला गांव के सड़क पर पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने कोंटा की तरफ से हैदराबाद जा रही बस को रोक लिया। बस रोकने के बाद पहले उन्होंने यात्रियों को उतारा और उसमें आग लग दी। कहा जा रहा है कि नक्सलियों ने ड्राइवर और यात्रियों को धमकी भी दी है। जिससे वह सभी डरे हुए हैं।
आग लगाने के बाद नक्सली मौके से भाग निकले। घटना के बाद पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। खबर लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। अब बीच सड़क से जली हुई बस को हटाने का काम किया जा रहा है। फिलहाल घटना के संबंध में अभी और कोई जानकारी सामने नहीं आई है। वहीं नक्सलियों ने 25 अप्रैल को दंडकारण्य बंद के दौरान बीजापुर में एक पुलिस कैंप पर भी हमला कर दिया था।
दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZC) की सदस्य हार्डकोर महिला नक्सली निर्मला उर्फ नर्मदा दीदी की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। निर्मला ने महाराष्ट्र के जेल में 9 अप्रैल को दम तोड़ा। बताया जा रहा है कि इस पर लगभग 25 लाख रुपए का इनाम घोषित था। वहीं निर्मला की मौत को साथी माओवादियों ने शासन प्रशासन की साजिश बताया है। इसी विरोध में और निर्मला की याद में माओवादियों ने 25 अप्रैल को दंडकारण्य (दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा) बंद का आह्वान किया था। माओवादियों ने पर्चा जारी कर लोगों से बंद को सफल बनाने की अपील की थी। इसे लेकर पुलिस भी अलर्ट थी।
नक्सलियों जब इस तरह से बंद बुलाते हैं, तो वे हमेशा कुछ ना कुछ उत्पात मचाने की फिराक में रहते हैं। इस बार भी नक्सलियों ने यही करने की कोशिश की है। नक्सलियों ने 25 अप्रैल को ही बीजापुर जिले के नक्सलगढ़ में स्थित एक पुलिस कैंप पर माओवादियों ने हमला कर दिया था। माओवादियों ने कैंप पर कई BGL (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) दागे था। करीब 15 से 20 मिनट तक दोनों तरफ से गोलीबारी भी हुई थी। हालांकि इस मुठभेड़ में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।