रायपुर: छत्तीसगढ़ के एक IAS अधिकारी सुधाकर खलखो गलत वजहों से चर्चा में आ गये हैं। खलखो छत्तीसगढ़ लोक आयोग के सचिव थे। वे शराब पीकर कार्यालय पहुंच गये। वहां देर तक अपनी हरकतों से बवाल काटते रहे। इसकी शिकायत पहुंची तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें वहां से हटाने का निर्देश दिया। दोपहर बाद तक उनको लोक आयोग से हटाने का आदेश जारी कर दिया।

बताया जा रहा है, सुधाकर खलखो आये दिन शराब पीकर दफ्तर पहुंच रहे थे। लोक आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति टी.पी. शर्मा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इसकी शिकायत की थी। उसके बाद खलखो को लोक आयोग से हटाने का आदेश जारी हो गया। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक 2012 बैच के IAS अफसर सुधाकर खलखो को मंत्रालय बुला लिया गया है। उनको अभी बिना विभाग संयुक्त सचिव बनाया गया है। खलखो जून 2022 में ही लोक आयोग का सचिव बनकर आये थे। उससे पहले वे ग्रामोद्योग, हस्तशिल्प विकास बोर्ड, माटी कला बोर्ड और हाथकरघा विकास और विपणन संघ की जिम्मेदारी संभाल चुके थे। लोक आयोग में उनका शराब पीकर अजीब हरकते की जानकारी के बाद अब उन्हें लोक आयोग से हटा दिया गया है। उनकी जगह पर 2009 बैच के IAS अनुराग पाण्डेय को लोक आयोग के सचिव की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। अनुराग के पास अभी जल संसाधन विभाग के विशेष सचिव हैं। उनके पास राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी है। अब लोक आयोग के सचिव की जिम्मेदारी भी उनसे जुड़ गई है।

बताया जा रहा है, IAS सुधाकर खलखो गुरुवार सुबह 9.30 बजे नगर निगम के पास स्थित लोक अायोग के कार्यालय पहुंचे गये थे। उस समय वे नशे में धुत थे। उन्होंने कर्मचारियों से कार्यालय के लॉन में कुर्सी लगवाई। वहां वे शर्ट का बटन खोलकर बैठ गये। एक कर्मचारी ने उनसे कमरे में चलकर बैठने को कहा तो भड़क गए। वे वहां बैठे-बैठे हवा में गाली देने लगे। लोक आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति टी.पी. शर्मा के कहने पर कर्मचारियों ने इसकी सूचना IAS के घरवालों को दी। बाद में सुधाकर खलखो के पिता वहां पहुंचे और जैसे-तैसे उनको घर लेकर गये।

मूल रूप से छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के निवासी सुधाकर खलखो राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे हैं। 2019 में उनको प्रमोट कर IAS बनाया गया। उन्हें 2012 बैच एलॉट हुआ था। उसके बाद उनको एक के बाद एक कई जिम्मेदारियों पर नियुक्त किया गया। अब उनको बिना विभाग का संयुक्त सचिव बनाया गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें कुछ दिनों तक लूप लाइन में ही रखा जाएगा।

छत्तीसगढ़ लोक आयोग की स्थापना का मकसद लोक सेवकों के कदाचार, शक्ति के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के मामलों की सुनवाई करना है। ऐसी शिकायतों की सुनवाई कर आयोग सरकार को सुझाव देती है। उसी आयोग के दफ्तर में एक IAS अफसर का शराब के नशे में हंगामे में अच्छी-खासी किरकिरी करा दी है।

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