रायपुर: बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में अमन चैन फिर से लौट रहा है। शांति समिति की बैठक में समाज प्रमुखों और ग्रामीणों की पहल कामयाब होते दिख रही है। गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस बैठक में सभी समाज प्रमुखों और ग्रामीणों ने सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया था कि सभी मिलजुलकर शांति से रहेंगे गांव में पहले की तरह अमन-चैन कायम रखेंगे। बैठक का सकारात्मक असर गाँव में दिख रहा है। गांव में माहौल तेजी से शांति की ओर है।
आज ग्रामीणों ने चर्चा में बताया कि कल प्रमुख प्रशासनिक अधिकारियों ने हम ग्रामीणों की बैठक ली, जिसमें हमने विस्तार से अपने पक्षों को प्रशासन को अवगत कराया था। सब लोग इस बात पर सहमत हुए कि गांव की अच्छी छवि के लिए और सुरक्षा के बेहतर माहौल के लिए शांति बहुत जरूरी है और जो आपसी समस्याएं हैं उसे बैठकर शांतिपूर्ण वातावरण में ही हल करेंगे। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में हमेशा से सभी लोग प्रेमभाव से रहते आए हैं। गाँव के बड़े बुजुर्गों ने कहा कि हम सब लोग त्यौहार वगैरह भी साथ मनाते हैं। कभी ऐसा नहीं हुआ था। जो प्रकरण हुआ, वो बहुत दुखद है। अधिकारी दोषियों पर कार्रवाई कर रहे हैं।
कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा सहित अन्य अधिकारी भी आज पूरे समय बिरनपुर गांव में मौजूद रहे। 12 अप्रैल को प्रशासनिक अधिकारियों ने विस्तार से मामले की बारीकियों पर ग्रामीणों से चर्चा की थी। 12 अप्रैल को बिरनपुर गांव में ही हुई बैठक में प्रशासन ने विशेष तौर पर उन बातों को रेखांकित किया जिसकी वजह से पूरे प्रकरण के बारे में आपसी समझ बढ़ी। साथ ही लोगों को बताया गया कि शांति कितनी जरूरी है। आज ग्रामीणों ने भी कहा कि प्रशासन पूरी तरह से सुरक्षा में लगा है। साथ ही जरूरी सुविधाओं को भी उपलब्ध करा रहा है।
गाँव में लोगों को राशन मिलता रहे, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा पूरी व्यवस्था की गई और घर-घर राशन पहुंचाया गया। साग-सब्जी भी लोगों को मिल पाए, इस बात की भी व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट और मेडिकल स्टाफ पूरी समय मौजूद हैं। 12 अप्रैल को गांव में एक लड़की की तबियत खराब हो गई। जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य की टीम घर पर पहुंच गई और इलाज किया। गांव में पशुधन काफी है और इसके लिए भी पशुधन विभाग ने वेटरनरी डॉक्टर की व्यवस्था की है।
गाँव में लोगों को राशन मिलता रहे, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा पूरी व्यवस्था की गई और घर-घर राशन पहुंचाया गया। साग-सब्जी भी लोगों को मिल पाए, इस बात की भी व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए मोबाइल मेडिकल यूनिट और मेडिकल स्टाफ पूरी समय मौजूद हैं। 12 अप्रैल को गांव में एक लड़की की तबियत खराब हो गई। जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य की टीम घर पर पहुंच गई और इलाज किया। गांव में पशुधन काफी है और इसके लिए भी पशुधन विभाग ने वेटरनरी डॉक्टर की व्यवस्था की है।
पुलिस की लगातार नजर-
पुलिस गांव की हालात पर निरंतर नजर रखे हुए हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। इसके चलते गांव में लोग सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कल की बैठक के बाद हम काफी आश्वस्त हैं। बैठक में गांव की परिस्थिति के बारे में भी बारीकी से अवगत कराया गया। अभी फसल भी खेत में है जिसे उठाना है। हम सबने निर्णय लिया है कि जल्द से जल्द माहौल शांत करने के लिए काम करेंगे।
सरपंच ने बताया, प्रशासन की समझाइश का हुआ अच्छा असर- बिरनपुर गांव के सरपंच श्री जेठूराम साहू ने बताया कि कल शांति समिति की बैठक में सबने अपनी बात रखी। खुलकर रखी बात से गांव का माहौल अच्छा बना। अधिकारियों ने भी बताया कि किस तरह शांति से रहने से गांव में अच्छा माहौल बनेगा। उनकी समझाइश का असर हुआ है और लोग यह कह रहे हैं कि अब शांति के लिए पूरा कार्य करेंगे।