कोरबा: अरबों रुपये के डीएमएफ मद वाले और आकांक्षी जिलों की सूची में शामिल कोरबा के वनांचलों में रहने वाले आज भी विकास की मुख्य धारा से किसी न किसी सूरत में कटे हुए हैं।

ऐसी ही असुविधा को दर्शित करने वाला एक मामला पोड़ी-उपरोड़ा विकासखंड के पसान में सामने आया है। जिले के अंतिम छोर के ग्राम कर्री(तुलबुल) में आवागमन बरसात में दुष्कर हो जाता है। शनिवार को को कर्री(तुलबुल) गांव में रहने वाली गायत्री पति राजकुमार यादव 30 वर्ष को प्रसव पीड़ा हुई, लेकिन गांव से होकर बहने वाली नदी के ऊपर पुल/पुलिया के अभाव में एंबुलेंस की सुविधा घर तक नहीं पहुंच सकी। डायल 112 को फोन किया गया,जिसके ईआरवी स्टाफ आरक्षक 792 मनोज कश्यप व चालक मनमोहन राम नदी के इस किनारे पर पहुंच गए थे।

गर्भवती महिला को खाट पर लिटाकर ग्रामीणों की मदद से परिजनों ने पहले घर से नदी तक कच्ची टूटी-फूटी सड़क से होकर नदी तक पहुंचे। इसके बाद बम्हनी नदी पार करके डायल 112 वाहन तक पहुंचाया। इसमें 112 के कर्मी ने भी मदद की। डायल 112 वाहन से महिला को पसान के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया। यहां उसने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि उनका गांव जिला मुख्यालय से करीब 100 से 120 किलोमीटर दूर है। पसान के सरकारी अस्पताल तक जाने के लिए गांव से 5 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। बारिश के मौसम में हालात बदतर हो जाते हैं। आपात परिस्थितियों में मरीज को नाव के सहारे नदी पार करनी पड़ती है। रात के समय नाव की सुविधा भी नहीं मिल पाती है। ग्रामीणों ने नदी पर जल्द से जल्द पुल बनाने की मांग सरकार से की है। बता दें कि इस क्षेत्र के विधायक मोहितराम केरकेट्टा हैं।

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