रायपुर: महंगाई और गृहभाड़ा भत्ते की मांग को लेकर 22 अगस्त से चल रहे अनिश्चितकालीन आंदोलन को कर्मियों ने अभी आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया है। गुरुवार को छत्तीसगढ़ शासकीय कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन की राज्य स्तरीय बैठक में कर्मियों ने आंदोलन जारी रखने पर सहमति दी है।
फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा ने बताया कि विभिन्न जिला संयोजकों की ओर से यह राय मिली है कि अभी तक सरकार की ओर से कोई सार्थक बात नहीं हो पाई है। ऐसे में आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। कर्मचारियों के मुताबिक सरकार के प्रवक्ता और कृ षि मंत्री रविंद्र चौबे की मध्यस्थता में मुख्यमंत्री से बातचीत करने का प्रयास किया जा रहा है।
बैठक में अलग-अलग संगठन के प्रांत अध्यक्ष और जिला संयोजक जो शामिल हुए । गौरतलब है कि दो दिन पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर्मियों से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से हड़ताल से लौटने की अपील की थी। बाद में मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में यह भी कहा था कि कर्मी हठधर्मिता छोड़कर काम पर लौटे।
उन्होंने कहा कि दो तारीख तक लौट आए तो कोई बात नहीं है। उसके बाद तो सर्विस ब्रेक भी होगा और तनख्वाह काटने की भी कार्रवाई होगी। सरकार का कहना है कि अब कर्मियों को वापस आना चाहिए। छह प्रतिशत डीए तो पहले ही बढ़ा दिया गया है।