रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ बाबा गुरूघासीदास के बताए सत्य, अहिंसा, भाईचारा, बंधुत्व, समानता और सद्भाव के मार्ग पर चलकर तीव्र गति से विकास कर रहा है। उन्होंने आज मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड के ग्राम लालपुर धाम में बाबा गुरूघासीदास जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अनुसूचित जातियों को वर्तमान जनसंख्या के अनुसार 13 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने भारत सरकार से 2021 की जनगणना शीघ्र कराने की मांग करते हुए कहा कि नई जनगणना के अनुरूप अनुसूचित जाति को तत्काल आरक्षण प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में लालपुर धाम के विकास के लिए एक करोड़ रूपए देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने लालपुर धाम में आयोजित कार्यक्रम में सतनामी समाज के आस्था और विश्वास के प्रतीक जोड़ा जैतखाम और मंदिर की पूजा-अर्चना की तथा प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। उन्होंने लोगों को बाबा गुरूघासीदास जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बाबा गुरूघासीदास ने सत्य पर चलने का रास्ता दिखाया है। राज्य शासन बाबा के बताए गए रास्ते पर चल रहा है। उनका सामाजिक समरसता का संदेश आज भी प्रासंगिक है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने अर्थव्यवस्था में मजबूती लाने का कार्य किया है। यहां किसानों को उनकी मेहनत का पूरा दाम मिल रहा है। उनका कृषि ऋण और सिंचाई कर माफ किया गया है। समर्थन मूल्य पर लघु वनोपजों तथा उड़द, मूंग और अरहर की खरीदी की जा रही है। गन्ना के खरीदी मूल्य में वृद्धि की गई है जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य आदि व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के लिए जीर्ण-शीर्ण और मरम्मत योग्य स्कूलों तथा अन्य शासकीय भवनों की मरम्मत के लिए एक हजार करोड़ रूपए तथा तकनीकी शिक्षा की मजबूती के लिए 1200 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी गई है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि बाबाजी के संदेश मानवता की सेवा का अनुकरण करते हुए राज्य शासन द्वारा देश में कोरोना के दौरान लागू लॉक-डाउन में गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वालों को तीन माह तक निःशुल्क राशन दिया गया है।
नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि बाबा गुरू घासीदास के बताए गए मार्ग पर चलकर हमें आगे बढ़ना है, तभी छत्तीसगढ़ राज्य आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की परम्परा और संस्कृति को आगे बढ़ाने और सामाजिक समरसता को बनाए रखने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर में गुरूघासीदास शोध पीठ और संग्रहालय की स्थापना तथा प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए अनुसूचित जाति के मेधावी विद्यार्थियों को राष्ट्रीय स्तर की कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराने हेतु भूमिपूजन किया है। इनकी स्थापना से समाज के युवाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
लालपुर धाम में आयोजित कार्यक्रम को संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह, पूर्व मंत्री एवं मुंगेली के विधायक पुन्नूलाल मोहले, लोरमी के विधायक धर्मजीत सिंह और सतनाम कल्याण समिति बंधवा के अध्यक्ष गौटिया फणीश्वर पाटले ने भी संबोधित किया। छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी (अपेक्स) बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, जिला पंचायत अध्यक्ष लेखनी सोनू चंद्राकर, राजमहंत भुनेश्वर पात्रे, जनपद पंचायत लोरमी की अध्यक्ष मीना नरेश पाटले, अनुसूचित जाति प्राधिकरण की सदस्य रत्नावली कौशल, बिलासपुर रेंज के आईजी बद्रीनारायण मीणा, कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक भी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद थे।