रायपुर: राज्य में चालू वर्ष 2022 के दौरान अब तक 6 वन मंडलों द्वारा लक्ष्य का 100 प्रतिशत से अधिक तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया जा चुका है। इनमें वन वृत्त जगदलपुर अंतर्गत दंतेवाड़ा में 20 हजार संग्राहकों द्वारा 8 करोड़ रूपए के 19 हजार 407 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। यहां चालू वर्ष में 19 हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य था।
इसी तरह वन वृत्त कांकेर अंतर्गत नारायणपुर में लक्ष्य 23 हजार 100 मानक बोरा के विरूद्ध 16 हजार 738 संग्राहकों द्वारा 9.61 करोड़ रूपए के 24 हजार मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। वन वृत्त दुर्ग के अंतर्गत वन मंडल कवर्धा में लक्ष्य 40 हजार 800 मानक बोरा के विरूद्ध 31 हजार संग्राहकों द्वारा 16.67 करोड़ रूपए के 41 हजार 666 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है। वन वृत्त बिलासपुर के अंतर्गत वन मंडल मरवाही में लक्ष्य 21 हजार 900 मानक बोरा के विरूद्ध 29 हजार 377 संग्राहकों द्वारा 8.77 करोड़ रूपए के 21 हजार 945 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण और वन वृत्त सरगुजा के अंतर्गत वन मंडल मनेन्द्रगढ़ में लक्ष्य 44 हजार 500 मानक बोरा के विरूद्ध 30 हजार 504 संग्राहकों द्वारा 17.96 करोड़ रूपए के 44 हजार 912 मानक बोरा तथा वन मंडल कोरिया में लक्ष्य 33 हजार 400 मानक बोरा के विरूद्ध 25 हजार 305 संग्राहकों द्वारा 13.42 करोड़ रूपए के 33 हजार 553 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में चालू वर्ष 2022 के दौरान अब तक 15 लाख 49 हजार 943 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हो चुका है, जो लक्ष्य 17 लाख 32 हजार 440 मानक बोरा का लगभग 90 प्रतिशत है। इनमें तेन्दूपत्ता संग्राहकों को कुल भुगतान योग्य राशि 619 करोड़ रूपए से अधिक हैं। इसका संग्रहण 11 लाख 44 हजार 641 तेन्दूपत्ता संग्राहकों द्वारा किया गया है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य में तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य सुचारू रूप से जारी है। राज्य में तेंदूपत्ता संग्रहण से आदिवासी-वनवासी संग्राहकों को रोजगार के साथ-साथ आय का भरपूर लाभ मिलने लगा है।