रायपुर: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने शुक्रवार को शास्त्री चौक स्थित आयोग कार्यालय में एक प्रकरण का संवेदनशीलता के साथ निराकरण करते हुए दुधमुंहे बच्चे को उसकी मां को दिलाया। आवेदिका ने गुरुवार 22 दिसंबर को आयोग कार्यालय में अपने पति और सास के विरुद्ध शिकायत की थी कि उसके बच्चे को जन्म के बाद से ही छीनकर अपने पास रख लिए है। इस प्रकरण पर तत्काल आयोग की अध्यक्ष ने एसपी बलौदाबाजार एवं थाना प्रभारी सिटी कोतवाली बलौदाबाजार के माध्यम से एक दिन में ही आयोग कार्यालय में अनावेदकगण पति, सास-ससुर व नाबालिग बच्चे की उपस्थिति कराई। आयोग ने आवेदिका के गोद मे उसके एक माह बच्चे को दिलाया। आवेदिका ने अपने बच्चे को पहली बार गोद में लिया और रो पड़ी।
आयोग की अध्यक्ष डॉ नायक ने कहा कि बच्चे को मां के दूध से वंचित रखना अक्षम्य अपराध है। इसके साथ ही अनावेदकगणों को समझाइश भी दिया कि बच्चे और उसकी माँ को अपने साथ रखे। आवेदिका की मां को उनके देखरेख के लिए साथ में रहने कहा गया। आयोग ने बताया कि भविष्य में अनावेदकगणों के द्वारा पुनः ऐसा व्यवहार करे तो आवेदिका थाने में एफआईआर दर्ज करा सकती है। इस प्रकरण को 6 माह की निगरानी में रखते हुए नस्तीबद्ध किया गया।