जांजगीर-चांपा: बलौदा ब्लाक के ग्राम शनिचरा में ग्रामीण के आंगन में गुस्र्वार को दो सिर वाला सांप मिला है। इसकी खबर मिलते ही वहां ग्रामीणों की भीड़ लग गई। ग्रामीणों ने इसे मुसलेड़ी सांप बताया। इसका वैज्ञानिक नाम नानवेनोमस स्नेक है। स्थानीय भाषा में इसे मुसलेड़ी भी बोला जाता है। इस प्रजाति के सांप इलाके में मिलते बड़ी संख्या में मिलते हैं।
पशु चिकित्सक डा. केके राठौर ने बताया कि यह सांप विषहीन है, जो मेंढक व कीड़े खाता है। इसकी लंबाई दो फीट से अधिक नहीं होती है। यह मवेशियों का दूध सीधे उनके थन से पी लेता है। गांव में दो सिर का सांप मिलने से परदेशी कंवर के मकान में भीड़ लग गई और इसे दूध भी पिलाने लगे।बहरहाल ग्रामीणों ने सांप को सुरक्षित रखा है और इसकी सूचना वन विभाग को देने की बात कही जा रही है। इधर ग्रामीण फूल व अगरबत्ती लेकर सांप का पूजा करने पहुंच गए और दो मुंहा सांप की पूजा-अर्चना की। वहीं कुछ ग्रामीणों ने सांप को दूध पिलाने की कोशिश भी की।