रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप गौठानों को ग्रामीण औद्योगिक पार्क के रूप में विकसित करने के साथ ही वहां आयमूलक गतिविधियों को बढ़ावा दिए जाने का प्रयास शासन-प्रशासन द्वारा लगातार किया जा रहा है। गौठानों से जुड़ी समूह की महिलाएं अब वस्त्र बुनाई के क्षेत्र में भी कदम रखने जा रही हैं। इस सिलसिले में राजनांदगांव जिले के अमलीडीह गौठान में महिलाओं को इसका विधिवत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वह दिन दूर नहीं जब ये प्रशिक्षित महिलाएं गौठान में वस्त्र बुनाई को अपनी आय के नये माध्यम के रूप में अपनाएंगी।

शासन के मंशानुरूप महिलाओं की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए यह नवाचार किया जा रहा है। राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव विकासखंड के आदर्श गौठान अमलीडीह में 20 महिलाओं को वस्त्र बुनाई का 4 माह का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विशेष प्राधिकरण द्वारा प्रशिक्षण एवं वस्त्र बुनाई के आवश्यक मशीनरी के लिए 10 लाख रूपए स्वीकृत किए गए हैं। कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद महिलाओं को बुनकर सहकारी समिति में पंजीयन कराकर अपेक्स हेण्डलूम संघ में जोड़ दिया जायेगा। जिससे महिलाओं को बुनाई कार्य मिलता रहेगा। इस कार्य से प्रति बुनकर न्यूनतम 200 रूपए प्रतिदिन की आय होगी। हाथकरघा उद्योग के रूप में लघु उद्यम को बढ़ावा मिलेगा। समूह की महिलाओं ने वस्त्र बुनाई का प्रशिक्षण मिलने से प्रसन्न हैं और इसे अपनी आजीविका के रूप में अपनाने के लिए ललायित भी हैं।

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