बलरामपुर: मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से जिले में अप्रैल 2021 से अब तक 34 हज़ार 639 मरीज लाभान्वित हुए है। सप्ताह के एक दिन लगने वाले हाट-बाजार में ग्रामीण इलाकों में उत्सव जैसा माहौल होता है, जहां आसपास के गांवों से लोग रोज़मर्रा की जरूरतों का सामान खरीदने आते है। दरअसल मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से यह सुनिश्चित करने की कोशिश की गई है कि दूर-दराज के ग्रामीणजनों को बाजार में ही इलाज की सुविधा मिल सके और अपने इलाज के लिए उन्हें लम्बी दूरी तय कर अस्पताल न आना पड़े। हाट-बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से बच्चे, बुजुर्ग व महिलाओं को लक्षण के आधार पर जांच उपरांत निःशुल्क दवाईयां मिल रही है। उम्र-दराज लोगों के लिए तो यह किसी उपहार से कम नहीं है, प्रशासन ने उनके दरवाजे तक अस्पताल पहुंचा दिया है। हाट-बाजार क्लीनिक योजना के माध्यम से अप्रैल 2021 से अब तक स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 945 हाट-बाजारों में पहुंची जहां 34 हजार 639 लोगों का उपचार किया। साथ ही 34 हजार 18 लोगों को निःशुल्क दवाइयां दी गई तथा टीम ने प्रत्येक हाट-बाजारों में औसतन 37 लोगों का उपचार किया।
स्वास्थ्य सेवाओं की सहज उपलब्धता तथा दूरस्थ अंचलों तक इसका दायरा बढ़ाने के लिए हाट-बाजारों में 06 मोबाईल क्लीनिक एम्बुलेंस का भी सहारा लिया जा रहा है। मोबाईल एम्बुलेंस क्लीनिक के माध्यम से चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों का दल हाट-बाजारों में लोगों का इलाज कर निःशुल्क दवाईयां उपलब्ध करा रहा है। प्रशासन के निर्देशानुसार वर्तमान में 48 हाट-बाजारों में मोबाईल एम्बुलेंस की सेवा दी जा रही है तथा सभी हाट-बाजारों को चक्रिय क्रम में मोबाईल एम्बुलेंस की सेवा से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। हाट-बाजारों में आने वाले ग्रामीणों को गैर संचारी रोगों की सेवाएं तत्काल मिल रही हैं तथा अन्य बीमारियों के लिए उचित सलाह दी जा रही है तथा आवश्यकतानुसार मरीजों को रेफर भी किया जा रहा है। मोबाईल एम्बुलेंस चलता-फिरता अस्पताल बन गया है जहां डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाएं निःशुल्क मिल रही हैं।

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