बलरामपुर: बलरामपुर जिले में लिपिक वर्गीय कर्मचारी दो सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए है। शासकीय कार्यालय सहित स्कूल पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है। कुछ अथिति शिक्षक के भरोसे विद्यालय संचालित हो रही है।
दो सूत्रीय मांग पूरे 34% मंहगाई भत्ता (देय तिथि से) व 7वें वेतनमान में गृहभाड़ा भत्ता (देय तिथि से) को लेकर 25 जुलाई से छत्तीसगढ टीसर्स एसोसिएशन संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।अतिथि शिक्षक के भरोसे विद्यालय संचालीत की जा रही है। वे यही अतिथि शिक्षक हैं जिन्हें सरकार ने दस दिन में नियमित करने का वादा कया था जो कि घोषणा पत्र में सम्मिलित है। ये अतिथि शिक्षक काफी लम्बे समय से अल्पतम मानदेय पर कार्य कर रहे हैं और आज स्कूल की सारी जिम्मेदारी इनके कंधों पर डाल दी गई है। इतने बड़े स्कूल का संचालन जहां पर हर स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की संस्था लगभग दो या तीन हैं वे कर रहे हैं। फिर भीसरकार अपने घोषणा में पत्र में किए गए वादों को नजर अंदाज करते हुए कार्य अल्प वेतनमान में कार्य ले रही है।