सूरजपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज संत शिरोमणि भक्त माता कर्मा जयंती महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। सूरजपुर के माता कर्मा चौक स्थित संत शिरोमणि भक्त माता कर्मा जयंती महोत्सव समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि संगठन एवं समर्पण में ही शक्ति है। उन्होंने भक्त माता कर्मा के रास्ते पर चलकर सामाजिक संगठन को और अधिक मजबूत बनाने, समाज को जोड़ने और सामाजिक विषमता को दूर करने के लिए कार्य करने का आव्हान कार्यक्रम में किया। मुख्यमंत्री ने इसके पहले कर्मा धाम में भक्त माता कर्मा मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने माता कर्मा ध्वज ध्वजारोहण किया।
इस मौके पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष खेलसाय सिंह, संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी मरावी, तेलघानी बोर्ड के अध्यक्ष संदीप साहू, नरेश राजवाड़े उपाध्यक्ष जिला पंचायत, नगर पालिका अध्यक्ष केके अग्रवाल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष भगवती राजवाड़े, सरगुजा कमिश्नर जी आर चुरेंद्र, सरगुजा आईजी अजय कुमार यादव, मुख्य वन संरक्षक सरगुजा अनुराग श्रीवास्तव, कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ राहुल देव, डीएफओ मनीष कश्यप, रामबिलास साहू संरक्षक जिला साहू संघ सूरजपुर, अरुण साहू जिलाध्यक्ष कोरिया, राम कृपाल साहू पूर्व जिला अध्यक्ष साहू संघ सूरजपुर, राम लल्लू साहू जी कार्यकारी जिला अध्यक्ष सूरजपुर, मार्तण्ड साहू पूर्व जिला अध्यक्ष सूरजपुर, किरण साहू जिला उपाध्यक्ष सूरजपुर, गैबीनाथ साहू कार्यकारी जिलाध्यक्ष सूरजपुर, प्रदीप साहू जिला उपाध्यक्ष सूरजपुर,केके गुप्ता जिला अध्यक्ष सरगुजा, नंदलाल गुप्ता जिलाध्यक्ष जशपुर, राम सेवक गुप्ता जिला अध्यक्ष बलरामपुर, लक्ष्मी गुप्ता प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदेश साहू संघ रायपुर सहित अनेक जनप्रतिनिधि, साहू समाज के पदाधिकारी और सदस्य इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान साहू समाज के द्वारा मुख्यमंत्री का सम्मान किया गया।
मुख्यमंत्री बघेल ने समारोह को सम्बोधित करते हुए सभी लोगों को भक्त माता कर्मा जयंती की बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने माता कर्मा के संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि हमारे मन में अटूट विश्वास, श्रद्धा और समर्पण है, तो कोई भी ऐसा लक्ष्य नहीं है, जिसे हासिल न किया जा सके। माता कर्मा ने यह साबित किया था कि भक्त की श्रद्धा में यह शक्ति है कि भगवान को भी प्रकट होने पर विवश कर दे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कर्मा जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है, लेकिन इसके बाद कोरोना संकट के कारण भक्त माता कर्मा जयंती के समारोहों का आयोजन विगत दो वर्ष नहीं किया जा सका। अब स्थिति सामान्य होने पर फिर से सार्वजनिक और धार्मिक आयोजन शुरू हो गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ भक्त माता कर्मा जयंती का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि हालांकि इस समारोह का आयोजन साहू समाज द्वारा किया जाता है, लेकिन गांव के सभी समाज के लोग इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। छत्तीसगढ़ में जयंती समारोह के दौरान गांवों में कलश यात्रा और शोभा यात्रा निकालने की भी परंपरा है। इसके माध्यम से भक्त माता कर्मा, भगवान कृष्ण और बलभद्र का स्मरण करते हैं। भगवान जगन्नाथ के भोग के रूप में खिचड़ी का प्रसाद भी वितरित किया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि संगठन और समर्पण में शक्ति होती है, हमें भक्त माता कर्मा के रास्ते पर चलते हुए समाज को जोड़ने और समाज में कटुता को दूर कर सामाजिक समरसता और भाई चारे के लिए काम करना है। उन्होंने समाज द्वारा कर्मा धाम के लिए आरक्षित जमीन का पट्टा उपलब्ध कराने की मांग पर कहा कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा विभिन्न समाजों को सामाजिक एवं शैक्षणिक कार्यों के लिए भवन निर्माण के लिए जमीन बाजार मूल्य के मात्र 10 प्रतिशत मूल्य पर दी जा रही है। साहू समाज भी इस दिशा में जल्द पहल करें।
नगरीय प्रशासन एवं जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष खेल साय सिंह, संसदीय सचिव पारसनाथ राजवाड़े ने इस अवसर पर भक्त माता कर्मा जयंती की शुभकामनाएं देते हुए सभी के लिए मंगल कामना की। उन्होंने कहा कि सामाजिक संगठन, समरसता और भाई चारे का वातावरण बनाकर रखे और संगठन को मजबूत बनाकर आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सामाजिक और शैक्षणिक प्रयोजनों के लिए विभिन्न समाजों को मात्र 10 प्रतिशत मूल्य पर जमीन उपलब्ध कराई जा रही है, इसमें 90 प्रतिशत छूट दी जा रही है। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को आयोजकों द्वारा प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।