बलरामपुर: सरगुजा से लेकर बस्तर तक छत्तीसगढ़ में खेल, संस्कृति, लोक कला व लोक नृत्य की अनुठी विरासत मौजूद है और जनजातीय बाहुल्य इलाकों में भी लोक परम्परा से जुड़ाव में लोगों की रूचि देखने को मिलती है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परम्परा, खेल-कुद, अस्मिता को नई पहचान दिलाने के लिए शासन भी संकल्पित होकर काम कर रही है। युवा महोत्सव के माध्यम से इसी संस्कृति और परम्पराओं को सहेजने का मंच मिला है। युवा महोत्सव के जिला स्तरीय कार्यक्रम का हाई स्कूल प्रांगण में कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने विधिवत शुभारंभ किया। जहां जिले के विभिन्न विकासखण्डों से आये युवा कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुतियां दी। अपने संस्कृति को जानने-पहचानने और युवाओं से जुड़ने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने युवा महोत्सव में अपनी भागीदारी दी। कर्मा, शैला, सोन्दों जैसे जनजातीय लोक नृत्य व कबड्डी, खोखो जैसे खेल देखने के लिए लोगों में कौतूहल बना रहा। खेल व संस्कृति का ऐसा अनुठा मंच बिरले ही मिलता है। उन्मुक्त आकाश के तले युवाओं को अपनी प्रतिभाएं दिखाने का अवसर महोत्सव के माध्यम से सृजित हुआ है। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने युवा महोत्सव के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बलरामपुर की युवा शक्ति ऊर्जावान व स्वस्फूर्त हैं जो असीम आकांक्षाएं एवं उम्मीद लिये आज जिले के दूर-दूर के क्षेत्रों से अपनी लोक परंपरा का प्रदर्शन करने पहुंची हैं। शासन के मंशानुरूप युवा महोत्सव एक साझी विरासत को सहेजने व मंच प्रदान करने का अनुठा पहल है। लोक कला व संस्कृति से जुड़ हम अपने अतीत को वर्तमान से लेकर भविष्य के लिए संरक्षित करने का कार्य कर रहे हैं। पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने भी युवाओं को उत्साहर्वधन करते हुए कहा कि युवा महोत्सव गांव में छुपी प्रतिभाओं को राष्ट्रीय पटल पर लाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। हमारी लोक परम्परा को सहेजने में युवा महोत्सव मील का पत्थर साबित होगा। इस दौरान कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक ने बालक कबड्डी खेल का शुभारंभ कर खिलाड़ियों को बधाई दी तथा खेल भावना से खेलने को कहा। युवा महोत्सव में तात्कालिक भाषण, चित्रकला, वाद-विवाद, क्विज, बालक कबड्डी, लोक नृत्य, लोक गीत, नाटक, निबंध की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई तथा महिला वर्ग के विभिन्न खेलों का आयोजन किया जायेगा।
इस अवसर पर जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीता यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार नायक, विधायक प्रतिनिधि विनोद तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी के.एल.महिलांगे सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।