अम्बिकापुर: कलेक्टर संजीव कुमार झा ने मंगलवार को बतौली जनपद के घुटरापारा और महेशपुर गोठान का निरीक्षण किया। ये गोठान तृतीय चरण में रीपा गोठान के रूप में नए चिन्हांकित 23 गोठानों में से हैं। कलेक्टर श्री झा ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए गोठान में ज्यादा से ज्यादा आजीविका गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सरपंच, सचिव एवं ग्रामीणों से पेंशन, राशन, वनाधिकार पत्र, राजस्व संबंधी समस्याओं के बारे में पूछताछ की।

कलेक्टर ने सबसे पहले घुटरापारा गोठान का निरीक्षण किया। उन्होंने गोठान के बगल की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्व-सहायता समूह की दीदियों को समझाइश देते हुए कहा कि गोठान में आजीविका संवर्धन के साथ मवेशियों के लिए आश्रय स्थल भी रहेगा। गोठान में चरवाहे की नियुक्ति कर गोबर खरीदी लगातार किया जाएगा। यहां समूह की महिलाएं को रोजगार मिलेगा। शासन के मंशा को साकार करने के लिए सबका सहयोग आवश्यक है। गोठान में यहां सहेली और माही नाम की स्व-सहायता समूह की महिलाएं कार्य कर रही है। गोठान के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने मवेशियों के लिए चारागाह विकसित करने, अजोला टैंक बनाने तथा रीपा के तहत मल्टी ग्रेन ईकाई निर्मित करने के निर्देश दिए। गोठान में बटेर पालन शेड, मुर्गी पालन शेड तथा मशरूम शेड बनाया जाएगा। गोठान में बिजली की समस्या को दूर करने के लिए एक ट्रांसफार्मर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने पहाड़ से गिरने वाले पानी को रोककर बोल्डर चेक डेम बनाने के निर्देश दिए जिससे पानी को रोककर गोठान में बागवानी विकास का कार्य किया जा सके।

इसके पश्चात कलेक्टर श्री झा ने महेशपुर गोठान का निरीक्षण किया। महेशपुर गोठान में चोरी की घटना को रोकने के लिए सरपंच को ग्रामीणों की बैठक लेकर समझाइश देने कहा। उन्होंने फेंसिंग तार के चोरी हो जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए थाना प्रभारी को तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों से पेंशन प्रकरण, फौती नामांतरण, पेयजल की समस्या, मनरेगा भुगतान, आंगनबाड़ी में गरम भोजन, राशन, वनाधिकार पत्र के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने गोठान में तत्काल बोर लगाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही गोठान में चरवाहे का प्रबंध कर गोबर खरीदी का सुचारू क्रियान्वयन जारी रखने के निर्देश दिये।

इस दौरान एस.डी.एम. अनमोल टोप्पो, तहसीलदार नीतू भगत, जनपद सी.ई.ओ. विजयनारायण श्रीवास्तव, वैज्ञानिक डॉ प्रशांत शर्मा सहित उद्यान,

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