बलरामपुर: कलेक्टर  राजेन्द्र कुमार कटारा ने जिले की सीमा रामानुजगंज स्थित अंतर्राज्यीय चेक पोस्ट और प्रशासनिक न्यायालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने चेक पोस्ट पर व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों को सघन जांच सुनिश्चित करने और न्यायालयों में लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए।

कलेक्टर श्री कटारा ने अंतर्राज्यीय चेक पोस्ट का दौरा कर सीमा पर विभिन्न विभागों द्वारा संचालित चेक पोस्टों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने चेक पोस्ट से गुजरने वाले वाहनों की सघन जांच करने, उनके नाम, नंबर, चालक का विवरण, और लोड सामग्री को पंजी में दर्ज करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने संधारित पंजियो का अवलोकन किया और जांच प्रक्रिया को सरल और व्यवस्थित बनाने पर जोर दिया। कलेक्टर ने कहा कि सभी चेक पोस्टों को मिलाकर एक संयुक्त जांच दल का गठन किया जाए, जिससे वाहनों की जांच प्रक्रिया सुचारू रूप से हो सके और अनावश्यक जाम की स्थिति से बचा जा सके। इसके लिए उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को जल्द से जल्द कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, कलेक्टर ने चेक पोस्ट पर निगरानी के लिए लगाए गए सुरक्षा कैमरों का भी निरीक्षण किया और उनकी प्रभावी कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कैमरों का उपयोग न केवल सुरक्षा बढ़ाने के लिए किया जाए, बल्कि जांच प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने में भी इसका उपयोग हो।

न्यायालयों का निरीक्षण और लंबित प्रकरणों की समीक्षा

कलेक्टर श्री कटारा ने निरीक्षण के दौरान अनुविभागीय कार्यालय एवं तहसील कार्यालय का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व न्यायालय, तहसीलदार न्यायालय और नायब तहसीलदार न्यायालय का अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों से वर्षों से लंबित प्रकरणों की जानकारी लेते हुए उनके समयबद्ध निराकरण पर जोर दिया। कलेक्टर ने राजस्व प्रकरणों के शीघ्र निराकरण पर प्राथमिकता देने और सभी प्रकरणों की नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने न्यायालयों में कार्यरत कर्मचारियों से संवाद किया और उन्हें यह सुनिश्चित करने को कहा कि सभी प्रकरणों की सुनवाई और निराकरण तय समय-सीमा में हो। उन्होंने निर्वाचन शाखा और रीडर शाखा का भी निरीक्षण किया और इन शाखाओं में ऑनलाइन और ऑफलाइन आवेदनों की प्रक्रियाओं की जानकारी ली। उन्होंने यह निर्देश दिया कि सभी प्रक्रियाएं व्यवस्थित और समयबद्ध तरीके से संपन्न हों, ताकि नागरिकों को अनावश्यक देरी का सामना न करना पड़े।

इस दौरान कलेक्टर ने संचालित मोबाइल मेडिकल यूनिट का निरीक्षण किया। उन्होंने उपस्थित कर्मचारियों से बात कर व्यवस्था के संबंध में पूछा। कलेक्टर ने मोबाईल मेडिकल यूनिट में किये जाने वाले टेस्ट व मरीजों को दिये जाने वाली दवाईयों की जानकारी ली। उन्होंने रूट निर्धारण से संबंधित आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि जिस स्थल पर गाड़ी पहुंचती है उसकी जानकारी लोगों में होनी चाहिए जिससे वे लाभ ले पाएंगे।इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व  देवेन्द्र प्रधान, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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