जगदलपुर: कलेक्टर विजय दयाराम के. ने कहा कि बस्तर में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है केवल इन्हें निखारने और उभारने के लिए बेहतर अवसर प्रदान करना आवश्यक है। इसे ग्रीष्मकालीन अवकाश में आयोजित समर कैम्प में स्कूली बच्चों ने अपनी प्रतिभा को पूरी दक्षता के साथ श्रेष्ठतम प्रदर्शन के द्वारा साबित कर दिखाया है। जिसमें बच्चों ने गीत,नृत्य,अभिनय,हस्तकला,ज्वेलरी डिजाइन,क्लॉथ पेंटिंग,चित्रकला,नाटक सहित हल्बी एवं गोंडी बोली सीखने-समझने का सुअवसर मिला और बच्चों की रचनात्मकता को प्रोत्साहन मिला है। कलेक्टर विजय शुक्रवार को बस्तर एकेडमी ऑफ डांस आर्ट एंड लिटरेचर बादल अकादमी आसना में 30 दिवसीय समर कैंप के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए उक्त बात कही।
कलेक्टर ने बादल संस्था में आयोजित समर कैंप में सभी के समन्वय से अधिकाधिक बच्चों की सहभागिता पर खुशी व्यक्त की और बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन के द्वारा सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास हेतु एक-दूसरे से सीखने का अवसर प्राप्त होने के साथ ही नवाचार को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने बच्चों की उत्कृष्ट रचनात्मक कार्यों को प्रेरक निरूपित करते हुए सभी बच्चों के साथ ही पालकों एवं प्रशिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर ने बादल संस्था के द्वारा बस्तर की सामाजिक-सांस्कृतिक रीति-नीति,बोली,लोकगीत-लोकनृत्य इत्यादि के संरक्षण-संवर्धन की दिशा में दिए जा रहे उल्लेखनीय योगदान को सराहनीय रेखांकित करते हुए संस्था के प्रति रुझान एवं भरोसा बढ़ाने के लिए हर्ष जताया। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सर्वे के साथ बच्चों द्वारा प्रशिक्षण में तैयार पेंटिंग,हस्तकला,शिल्पकला इत्यादि का अवलोकन कर बच्चों के हुनर को सराहा। इस मौके पर युवराज मोरला के द्वारा गोंद से की गई आकर्षक पेंटिंग एवं हर्ष पाणिग्राही के एनिमेट ड्राइंग की तारीफ कर उक्त दोनों बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
इस दौरान समृद्धि ठाकुर, गौरव नेताम एवं नियति ठाकुर ने स्वयं से बनाए गए गुलदस्ता भेंट की। समर कैम्प के समापन समारोह के आरंभ में बच्चों ने गणेश वंदना सहित राष्ट्रगीत वन्देमातरम की सुरमयी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं बच्चों ने लोकगीत एवं लोकनृत्य की रंगारंग प्रस्तुति दी,साथ ही गोंडी एवं हल्बी बोली में सम्बोधन,पहेली बूझने के अलावा हारमोनियम,ढोलक,क्लेप-बॉक्स इत्यादि वाद्य यंत्रों को पारंगत ढंग से बजाया। समर कैंप समापन समारोह में कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत द्वारा बच्चों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर उनका हौसला-अफजाई किया।
इस अवसर पर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास एवं नोडल अधिकारी बादल संस्था गणेश सोरी,बादल संस्था के प्रशासक आशुतोष ठाकुर सहित बादल के प्रशिक्षक,समाज प्रमुख और बड़ी संख्या में बच्चों के साथ उनके माता-पिता एवं अभिभावक मौजूद थे।