सूरजपुर: कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज कलेक्टोरेट स्थित सभाकक्ष में विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर समय-सीमा के लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा की और उसके शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने स्कूली छात्रा-छात्राओं के आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र बनाने के कार्य को प्राथमिकता के साथ करने के निर्देश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने इसके लिए पुनः विद्यार्थियों के चिन्हांकन करने व नया टारगेट निर्धारित करने की बात भी कही ताकि प्रत्येक पात्र हितग्राही को एडमिशन, छात्रवृत्ति, शासकीय योजनाओं व प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए संघर्ष न करना पड़े।


इसके साथ ही बैठक में आवारा एवं घुमंतू पशुओं के प्रबंधन को लेकर भी गहन चर्चा की गई। जिसके अंतर्गत गौठानों के अलावा अन्य विकल्प पर भी सुझाव दिए गए। पशुपालन यदि अपने पशुधन का रखरखाव करने में असमर्थ है तो ऐसी स्थिति में पशुपालकों पर अर्थदंड जैसे भी चर्चा हुई। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि शासन 2 रुपए प्रति किलो कि दर से गोबर की खरीदी कर रही है। आवारा एवं घुमंतू पशुओं के प्रबंधन में चरवाहा अपने आप को जोड़कर, गोबर की बिक्री कर एक निश्चित आय अर्जित कर सकता है। उन्होंने अर्थ दंड की राशि से पशुधन के लिए चारे की व्यवस्था का सुझाव भी संबंधित अधिकारियों को दिया। उन्होंने आवारा एवं घुमंतू पशुओं के एकत्रित होने वाले स्थल के चिन्हांकन की निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही योजनाबद्ध तरीके से बेहतर प्रबंधन के लिए कार्य करने को कहा।इसके अलावा बैठक में उर्वरक के स्टॉक के भौतिक सत्यापन, गोबर से बने प्राकृतिक पेंट के विक्रय के संबंध में जानकारी व गोबर खरीदी के साथ-साथ वर्मीकंपोस्ट खाद की वस्तु स्थिति के संबंध में भी संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली।


इस दौरान अपर कलेक्टर नयनतारा तोमर, जिला पंचायत सीईओ लीना कोसम, संयुक्त कलेक्टर नरेन्द्र पैकरा, सुश्री प्रियंका वर्मा व अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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