सूरजपुर: जिला पंचायत के सभा कक्ष में आज कलेक्टर रोहित व्यास द्वारा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की मासिक बैठक ली।बैठक में एनआरएलएम, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, पंचायत व निर्माण विभाग (आरईएस) सम्मिलित थे ।जिसमें महत्वपूर्ण बिंदुओं पर क्रमवार चर्चा की गई।
स्वयं सहायता समूह के अंतर्गत सभी कमज़ोर और सीमांत ग्रामीण परिवार जुड़े इसके लिए कलेक्टर ने एनआरएलएम को इस श्रेणी में आने वाली जिले के सभी महिलाओं को जोड़ने, उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया ताकि उनके आर्थिक स्थिति में सुधार आए और उनका उत्थान हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि शत प्रतिशत महिलाएं एनआरएलएम के दायरे में आये ऐसा प्रयास संबंधित अधिकारियों का होना चाहिए ताकि स्वयं सहायता समूह द्वारा, सहायता प्राप्त महिलाओं की नियमित आय से उनके बेहतरी की दिशा में कार्य हो और उनका आर्थिक सशक्तिकरण हो।बैठक में स्वयं सहायता समूह गठन की स्तिथि, एसएचजी में परिवार जोड़ने की स्थिति, एसएचजी में परिवारों के समावेशन पर सेचुरेशन की स्थिति, ग्राम संगठन व संकुल गठन की प्रगति, चक्रीय निधि, बैंक क्रेडिट लिंकेज व सामुदायिक निवेश निधि वितरण की प्रगति, मुद्रा योजना व दोहरी प्रमाणीकरण की प्रगति पर चर्चा की गई। इसके साथ ही लखपति दीदी पहल पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
कलेक्टर ने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत दिये गए लक्ष्य, पूर्ण आवास, लंबित आवास और जीओ टैगिंग के कार्यों की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने सभी जनपद सीईओ को लंबित आवास निर्माण को प्राथमिकता से लेते हुए शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए।उन्होंने आवास के तहत चल रहे निर्माण कार्य के विभिन्न चरण पर चर्चा की। आवास निर्माण के लिये राजमिस्त्री व अन्य कारीगर या मिस्त्री की कमी होने की स्थिति में कलेक्टर ने स्किल डेवलपमेंट के तहत ट्रेनिंग दिलावाने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।उन्होंने लक्ष्य और उपलब्धी पर सभी जनपद सीईओ को प्रत्येक सप्ताह संबंधितों को टार्गेट देने के लिए निर्देशित किया ताकि आवास के कार्यो को युद्धस्तर पर किया जा सके।
जिला स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत भी कलेक्टर द्वारा विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें उपस्थित संबंधित अधिकारियों को मॉडल ग्राम पंचायत पर फोकस करने के लिए निर्देशित किया।इसके साथ ही बैठक में सामुदायिक शौचालय की स्वीकृति, कार्य प्रारम्भ और निर्माण कार्य की समीक्षा भी की गई। इसके साथ ही कलेक्टर ने स्वच्छता कार्य नियमित हो इसके लिए संबंधित अधिकारियों को कार्य योजना बनाकर नियमित भौतिक परीक्षण करने के निर्देश दिये।
बैठक मे मनरेगा अंतर्गत आधार बेस्ड भुगतान, महिलाओं व प्रति परिवार औसत सृजित मानव दिवस पर जानकारी ली गई। इसके साथ ही पंचायत व निर्माण विभाग (आरईएस) के विभिन्न बिंदुओं पर बिंदुवार विस्तृत चर्चा की गई।