सूरजपुर: सूरजपुर ऑडिटोरियम में कलेक्टर रोहित व्यास की अध्यक्षता में निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार पर समीक्षा बैठक ली गई। जिसमें जिले के समस्त अशासकीय विद्यालय के संचालक, प्राचार्य, प्रधान पाठक व प्रबंधक एवं राइट टू एजुकेशन के नोडल व प्रभारी प्राचार्य उपस्थित थे। बैठक में कलेक्टर ने जिले के समस्त अशासकीय स्कूलों में निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अन्तर्गत निर्धारित पात्रता अनुसार, बच्चों के प्रवेश और ड्रॉप आउट बच्चों की जानकारी संकलित करने पर विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अन्तर्गत प्रवेश दिए गए बच्चों को सामान्य बच्चों की तरह शिक्षा प्रदान करने पर जोर देते हुए इन बच्चों के लिए बेहतर माहौल बनाने की बात कही ताकि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चे भी बेहतर से बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सके और उनका उज्जवल भविष्य बन सके। इसके साथ ही उन्होंने आरटीई के अंतर्गत प्रवेश प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सामंजस्य स्थापित करने के लिए सहयोग करने की बात कही ताकि बच्चे नये स्कूल और माहौल में अपने आप को आसानी से स्थापित कर सकें। इसके साथ ही कलेक्टर ने अशासकीय विद्यालय से उपस्थित संचालक व प्रबंधक को शिक्षा सत्र शुरू होने के पूर्व ही ट्रांसपोर्ट के लिए उपयोग में लाई जाने वाली बसों के फिटनेस टेस्ट पूर्ण कराने, इसके साथ ही बस के ड्राइवर और हेल्पर की पुलिस वेरीफिकेशन के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने स्कूल फीस की अनावश्यक वृद्धि न हो, इस बात पर भी विशेष जोर दिया ताकि सभी तबके के लोग सुलभ तरीके से शिक्षा के अधिकार को प्राप्त कर सकें। उन्होंने उपस्थित जनों से शासकीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी मांगे और आपसी समन्वय स्थापित करने की बात कही ताकि शिक्षा दिशा में सकारात्मक बदलाव आये और जिले के विद्यार्थियों का बेहतर भविष्य बन सकें।
इस अवसर पर जिला शिक्षाधिकारी राम ललित पटेल व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।