कोरिया: कलेक्टर विनय कुमार लंगेह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय सीमा की बैठक आहूत की गई। बैठक में कलेक्टर ने मुख्यमंत्री भेट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं के क्रियान्वन की जानकारी लेते हुए, पूर्ण कार्यों का लोकार्पण एवं स्वीकृत कार्यो का भूमि पूजन हेतु जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना की गहन समीक्षा की। उन्होंने जिन गोठानो में 20 प्रतिशत से कम कनवर्जन है, ऐसे गोठानों के एआरईओ व सचिव के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देष दिए। उन्होंने जन चौपाल, जन शिकायत, पीजी पोर्टल के माध्यम से प्राप्त आवेदनों की विभागवार समीक्षा करते हुए समय सीमा में निराकरण करने तथा उच्च न्यायालय के प्रकरणों में समय पर जवाब दावा प्रस्तुत करने को कहा।

बैठक में कलेक्टर ने गोठान में गोबर खरीदी की समीक्षा करते हुए सभी गोठानों में गोबर खरीदी सुनिष्चित करने को कहा। उन्होंने वन, कृषि उद्यानिकी, रेषम विभाग एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियो से वर्मी कम्पोस्ट खाद हेतु मांग पत्र शीघ्र भेजने के निर्देश देते हुए ,मांग के अनुरूप उठाव करना सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने सहायक पंजीयक सहकारिता से जिले में रासायनिक खाद की उपलब्धता के सम्बंध में जानकारी ली तथा समय पर कृषकों को खाद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने एसडीएम और तहसीलदार से प्राईवेट खाद विक्रेताओं के दुकानों का नियमित जांच करने तथा अनियमितता पाए जाने पर आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देष दिए। उन्हांेने पशुधन विकास अधिकारी से गो मूत्र क्रय की प्रगति की जानकारी ली, साथ ही मवेशियों के लिए गोठानों में हरा चारा लगाने के निर्देश दिए।

कलेक्टर श्री लंगेह ने वन विभाग के अधिकारी से वृक्षारोपण की तैयारी तथा पौधा की उपलब्धता की जानकारी ली। उन्होंने सभी गोठानों, स्कूलों, छात्रावास, आंगनवाड़ी केन्द्र तथा रीपा में फलदार व छायादार पेड़ लगाने संबंधित अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत स्कूलों के जिर्णाेद्धार कार्याे के प्रगति की जानकारी ली और जितने भी कार्य पूर्ण हो गए है, उन्हे पोर्टल में अपडेट करने को कहा। उन्होंने सभी निर्माण एजेंसियों से शासकीय भवनों में गोबर पेन्ट का उपयोग करने के निर्देष दिए।

बैठक में कलेक्टर ने कहा कि राज्य में खरीफ फसल बुआई कार्य के पूर्व खुले में चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण के लिए ’रोका छेका’ प्रथा प्रचलित है, उन्होंने स्थानीय परिस्थिति के अनुरूप रोका-छेका अभियान चलाकर ग्रामीणजनों की सहभागिता सुनिश्चित के भी निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए।

बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, संयुक्त कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी अनिल सिदार, अपर कलेक्टर नंदनी साहू संयुक्त कलेक्टर अकिंता सोम, अनुविभागीय अधिकारी एवं अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

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