बलरामपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार अल्प वर्षा से निर्मित सूखे की स्थिति का नजरी आंकलन करने आज कलेक्टर विजय दयाराम के. रामचन्द्रपुर विकासखण्ड के ग्राम कलिकापुर एवं बाहरचुरा में खेतो में पहुंचकर नजरी आंकलन कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस दौरान कलेक्टर ने ग्राम बाहरचुरा में जमीन पर बैठकर किसानों के साथ सूखे की स्थिति पर चर्चा की, इसके साथ ही कलेक्टर ने पराम्परागत सिंचाई के संसाधनों व खरीफ सीजन में धान के अलावा अन्य फसलों के उत्पादन पर जोर दिया।
कलेक्टर विजय दयाराम के. रामचन्द्रपुर के ग्राम कलिकापुर एवं बाहरचुरा में पहुंचकर अल्प वर्षा का नजरी आंकलन किये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शासन के निर्देशानुसार नजरी आंकलन कर किसानों को हर संभव राहत देने का प्रयास करें। इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठकर अल्प वर्षा के कारण खेती में हो रही पेरशानी के बारे में जानकारी ली। कलेक्टर ने अल्प वर्षा को देखते हुए ग्रामीणों से कहा कि इस वर्ष कम वर्षा होने के कारण अधिकांश किसानों ने धान की फसल नहीं ली है। उन्होंने किसानों से परम्परागत सिंचाई के साधनों समेत धान के अलावा अन्य फसल लेने के संबंध में चर्चा की। कलेक्टर ने कहा कि कम पानी में तैयार होने वाले फसलों के बीज किसानों को देने की व्यवस्था शासन द्वारा कर ली गई है, जिसे कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा साथ ही अपने खेतों में अलग-अलग फसल लगाये तथा अन्य फसल लेने की तैयारी भी करें। उन्होंने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से कृषकों को हर संभव मदद करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने ग्रामीणों एवं किसानों से कहा कि वे अपने खेतों में छोटे-छोटे डबरी का निर्माण कराये, जिससे भविष्य में पानी की कमी नहीं होगी, साथ ही डबरी में मछली पालन करें जिससे अतिरिक्त आमदनी होगी। उन्होंने कहा कि कृषि से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहयोग करेंगे। कलेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जिले में अधिक से अधिक विकास कार्य मनरेगा के माध्यम से स्वीकृत किये जायेंगे, जिससे ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।
इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गौतम सिंह, नायब तहसीलदार रामचन्द्रपुर तोष कुमार सिंह, कृषि एवं उद्यान विभाग सहित राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।