बलरामपुर: कलेक्टर विजय दयाराम के. अपने सघन दौरा कार्यक्रम के तहत रामचन्द्रपुर विकासखण्ड के दौरे पर रहे,जहाँ उन्होंने मिलेट मिशन के अंतर्गत ग्राम चरगढ़ व सिलाजु में कृषि विभाग द्वारा चिन्हाकित किसानों के द्वारा की जा रही रागी की खेती का मुआयना किया तथा कृषि विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

कलेक्टर दयाराम ने किसानों से चर्चा करते हुए कहा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा है कि किसानों के खेत हरे-भरे हो, किसान दो तीन प्रकार की फसलें लें और समृद्ध बने, उन्होंने किसानों से कहा कि रागी की खेती कम पानी मे आसानी से तैयार हो जाती है, तथा रागी की खेती से मिट्टी में पोषक तत्व की मात्रा बनी रहती है, जिसके कारण भूमि की उर्वरक क्षमता बरकरार रहती है। कलेक्टर ने किसानों से जानकारी ली कि वे धान के अलावा और किन-किन प्रकार के फसलों का उत्पादन करते है, जिसपर किसानों ने कलेक्टर को बताया कि वे बहुतायात मात्रा में धान की खेती करते आ रहे है, लेकिन इस वर्ष अल्प वर्षा के कारण धान की पैदावार में कमी आयी है, तथा अब उनकी रुचि धान के अलावा अन्य फसलों की पैदावार करने की है। इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों को बताया कि रागी कुपोषण से लड़ने में भी फायदेमंद है, उन्होंने कहा कि रागी की खरीदी वनोपज समितियों के माध्यम से 3578 रूपये प्रति क्विंटल के दर से प्रदेश में की जा रही है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ ही देश का पहला ऐसा राज्य है, जहाँ कोदो, कुटकी, रागी को समर्थन मूल्य पर वनोपज समितियों द्वारा खरीदा जा रहा है, तथा मिलेट मिशन के तहत कलेक्टर विजय दयाराम के.ने रागी की खेती हेतु किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिए थे, इसके साथ ही उन्होंने 12 हजार हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित कर रागी की खेती से किसानों को जोड़ने को कहा था, और कलेक्टर के इसी पहल के साथ ही जिले में 1 हजार हेक्टेयर में रागी की खेती किसानो ने शुरू की है, इसके अलावा कलेक्टर विजय दयाराम के. ने 5 हजार हेक्टेयर के लिये रागी का बीज उपलब्ध कराने शासन को पत्र प्रेषित किया है।

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