ग्वालियरःमध्यप्रदेश वैक्सीनेशन के टारगेट को पूरा करने के लिए प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है, सभी जिलों में लोग वैक्सीन का दूसरा डोज भी समय से लगवाएं इसके लिए वैक्सीनेशन टीम घर-घर जाकर भी लोगों को वैक्सीन लगा रही है. क्योंकि प्रशासन पर वैक्सीनेशन का टारगेट पूरा करने का लक्ष्य है. ऐसे में एमपी एक जिले में कलेक्टर ने अधिकारियो और कर्मचारियों को टारगेट पूरा करने के लिए ऐसी धमकी दे डाली, जो पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है.
फांसी पर लटका दूंगा
दरअसल, मामला ग्वालियर जिले से जुड़ा हुआ है. ग्वालियर के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने वैक्सीनेशन का टारगेट पूरा नहीं होने पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को फांसी पर लटका देने की धमकी दे डाली. मामला ग्वालियर के भितरवार का बताया जा रहा है, कलेक्टर भितरवार में अधिकारियों की बैठक लेने पहुंचे थे. इसी दौरान वह अधिकारियों से जिले में चल रहे कोरोना टीककरण की जानकारी लेने लगे, जब उन्हें पता चला कि तहसील में बीते चार दिन से टीकाकरण शिविर का आयोजन नहीं किया गया तो कलेक्टर को गुस्सा आ गया.
कलेक्टर ने मौके पर मौजूद तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों से वैक्सीन का टीकाकरण शिविर न लगने का कारण पूछा. अधिकारियों ने कई जवाब भी दिए, लेकिन कलेक्टर ने उनकी एक ना सुनी और उन्हें धमकी देते हुए कहा कि ”उन्हें वैक्सीनेशन का टारगेट पूरा चाहिए नहीं तो वह फांसी पर लटका देंगे. कलेक्टर ने कहा कि किसी घर जाओं या फिर लोगों को हाथ पैर पकड़ों कुछ भी करो लेकिन वैक्सीनेशन का टारगटे पूरा करो, क्योंकि उन्हें वैक्सीनेशन का पूरा टारगेट चाहिए.”
टारगेट पूरा करने का दवाब
अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकी देने के बाद कलेक्टर का यह बयान तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों पर कोरोना वैक्सीनेशन का टारगेट पूरा करने का दवाब बना हुआ है. जिससे प्रशासन पर भी परेशान क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी वैक्सीन लगवाने से लोग हिचक रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग की टीम परेशान है.
दूसरे डोज में लापरवाही बरत रहे लोग
दरअसल, कोरोना का वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाने में लोग लापरवाही बरत रहे हैं, पहला डोज लगवाने के बाद दूसरे डोज का समय निकल जाने के बाद भी दूसरा डोज नहीं लगवा रहे हैं. ऐसे में प्रशासन लगातार वैक्सीन का दूसरा डोज लगाए जाने का प्रयास भी कर रहा है. ताकि वैक्सीनेशन का टारगेट पूरा किया जा सके.