बलरामपुर।बलरामपुर जिले राजपुर विकासखंड के 258 सरकारी स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीनें खराब हो गई है, जिससे सिस्टम पुराने ढर्रे पर लौट आया है। शिक्षक जब चाहे स्कूल आते हैं और जब चाहे चले जाते हैं। सरकारी स्कूलों में मानिटरिंग करने के लिए बायोमैट्रिक्स डिवाइस लगाए गए थे, ताकि शिक्षक समय पर स्कूल पहुंच सके। इसके लिए सरकार ने लाखों रुपए खर्च कर 258 स्कूलों में बायोमेट्रिक मशीन दिए गए थे। लेकिन कोरोनाकाल से इसका उपयोग बंद है, बीइओ बोले मुझे जानकारी नहीं है।
सीजीएमपी न्यूज़ ने जब पड़ताल की तो पता चला अधिकांश मशीनें उपयोग नहीं होने से खराब हो गई। इस कारण शिक्षकों की मनमानी शुरू हो गई है। शिक्षक तय समय पर स्कूल नहीं आ रहे हैं। वहीं अब रजिस्टर में शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है। बीइओ आदित्य पतंवार ने बताया कि बायोमेट्रिक बंद होने की जानकारी नहीं है। बायोमेट्रिक में ही शिक्षकों को अटेंडेंस डालना है। ऐसा नहीं करने पर संबंधित स्कूल प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मामले की जानकारी लेने की बात कही है। पड़ताल के दौरान अधिकतर स्कूलों में एक-दो शिक्षक अनुपस्थित मिले हैं। ब्लॉक के स्कूलों में पड़ताल के दौरान अनुपस्थित रहने व स्कूल में पानी की उपलब्धता, जर्जर भवन में पढ़ाई कराते पाए गए।
स्कूलों में शिक्षा स्तर की पढ़ाई नहीं हो रही इसके कारण शिक्षक देरी से स्कूल पहुंच रहे हैं। शिक्षा सत्र के शुरुआती महीने जून के बाद से स्कूलों की मानिटरिंग नहीं हो रही है। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।स्थिति ये है कि मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता, शिक्षक की नियमित उपस्थिति व कार्यप्रणाली, स्कूलों में बच्चों के लिए पर्याप्त पानी की उपलब्धता, भवन की स्थिति का आंकलन नहीं किया जा रहा है। जबकि हर महीने स्कूलों का निरीक्षण किया जाना होता है। संकुल समन्वयक को संकुल के अंगर्तत आने वाले स्कूलों में हर महीने कम से कम 4 बार निरीक्षण करना होता है। एक महीने से स्कूलों की मानिटरिंग नहीं हो पाई है। ब्लॉक व जिला स्तर के अधिकारी स्कूलों में नहीं पहुंच रहे हैं। बायोमैट्रिक्स मशीनें खराब होने के बाद का उपयोग नहीं कर रहे है। पड़ताल के दौरान कई शिक्षक नेटवर्क नहीं होने का बहाना कर रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज करने की बात कही।
ब्लॉक में 258 स्कूल संचालित है
प्राथमिक पाठ शाला 168, पूर्व माध्यमिक शाला 70, हाई स्कूल 08, हायर सेकेंडरी 12, कुल 258 स्कूलों में विद्यार्थी करीब 25000 इसके लिए 1349 शिक्षक पदस्थ है।
कई भगोड़े शिक्षक स्कूल छोड़ खेती और दुकान संचालित कर रहे
विकासखंड के कई स्कूलों में शिक्षक स्कूल छोड़ खेतो में धान के रोपा और दुकान संचालित कर रहे हैं। कई शिक्षक स्कूल नही पहुंच रहे हैं। इस ओर अधिकारियों का ध्यान नहीं जा रहा है, घर बैठे शासकीय वेतन ले रहा है। इसी कारण जिले में शिक्षा के स्तर गिरता नजर आ रहा है। बीइओ बोले निरीक्षण के बाद भगोड़े शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।