नई दिल्ली : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस का एक नया म्यूटेंट मिला है। इसे XE के नाम से जाना जाता है। यह ओमिक्रॉन के BA.2 सब वैरिएंट की तुलना में लगभग दस प्रतिशत अधिक संक्रामक प्रतीत होता है। आपको बता दें कि Omicron का BA.2 सब-वेरिएंट कोविड-19 का अब तक का सबसे अधिक संक्रामक स्ट्रेन था। यह दुनिया के कई देशों में फैल रहा है। यह अमेरिका में नए कोविड-19 के मामलों के प्रसार के लिए जिम्मेदार है।
कोरोना वायरस का नया वैरिएंट XE ओमिक्रॉन के दो संस्करणों – BA.1 और BA.2 से मिलकर बना है। यह इस समय दुनिया भर में केवल कुछ ही मामलों के लिए जिम्मेदार है।
WHO ने इस सप्ताह की शुरुआत में जारी एक रिपोर्ट में कहा, “एक्सई रीकॉम्बिनेंट (बीए.1-बीए.2), पहली बार 19 जनवरी को यूके में पाया गया था। तब से 600 से कम अनुक्रमों की रिपोर्ट और पुष्टि की गई है।” WHO ने कहा, “शुरुआती अनुमान के मुताबिक, बीए.2 की तुलना में यह नया सब-वैरिएंट 10 प्रतिशत अधिक संक्रामक है। हालांकि इस दावे को और पुष्टि की आवश्यकता है।”
यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के एक अध्ययन के अनुसार, वर्तमान में तीन नए वैरिएंट का प्रसार हो रहा है। इनमें एक्सडी, एक्सई और एक्सएफ शामिल है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, XD डेल्टा ज्यादातर फ्रांस, डेनमार्क और बेल्जियम में पाया गया है। इंपीरियल कॉलेज लंदन के वायरोलॉजिस्ट टॉम पीकॉक के अनुसार, एक्सडी एक से अधिक देशों में फैल गया है।
ओमिक्रॉन के BA.1 और BA.2 से मिलकर XE बना है। यह ब्रिटेन में पाया गया है और सामुदायिक प्रसार के सबूत मिले हैं। वहीं, XF ओमिक्रॉन के डेल्टा और BA.1 से बना है। यह ब्रिटेन में पाया गया था, लेकिन 15 फरवरी के बाद से इसका पता नहीं चला है।