नई दिल्ली: भारत में कोरोना के मामलों में आया अचानक उछाल लोगों को एक बार फिर से डराने लगा है. दरअसल, कोरोना संक्रमण के मामलों के साथ ही अब इससे होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार (6 अप्रैल) जारी किए गए ताजा आंकड़ों ने सबके माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 5 हजार 335 नए मामले दर्ज किए गए हैं. ये आंकड़े बीते 6 महीनों में सबसे ज्यादा हैं
एक दिन पहले ही यानी बुधवार (5 अप्रैल) को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में 4,435 नए मामले दर्ज किए गए थे. इसकी के साथ 15 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, इससे पहले मंगलवार (4 अप्रैल) को 3,038 कोरोना के मामले दर्ज हुए थे और 9 की मौत हुई थी. इस ट्रेंड को देखा जाए तो कोरोना के आंकड़ों ने लोगों को हिला कर रख दिया है.
कोरोना के ताजा आंकड़ों के हिसाब से अब देश में कुल एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 25 हजार 587 हो गई है. वहीं, बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण की वजह से 6 लोगों ने दम तोड़ा है. आज जारी हुए आंकड़ों से दो दिन पहले के आंकड़ों पर नजर डालें तो कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़ा में भी करीब 50 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया था.
इतना ही नहीं, 4 अप्रैल को कोरोना के मामले 3,038 थे. जो अगले दिन यानी 5 अप्रैल को 4,435 मामले दर्ज किए गए थे. देखा जाए तो एक ही दिन में नए मामलों में करीब 45 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया था. वहीं, गुरुवार (6 अप्रैल) को 5,335 नए मामले सामने आए हैं. जो एक दिन पहले के कोरोना संक्रमण के मामलों से 40 फीसदी ज्यादा हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Health Minister Mansukh Mandaviya) कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कहा कि सरकार इस पर लगातार नजर बनाए हुए है और राज्यों को एडवायजरी भी जारी कर दी गई है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के लगातार नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं, जो चिंताजनक हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के वेरिएंट और सब वेरिएंट्स के मामलों की स्टडी की जा रही है.
मनसुख मांडविया ने कहा कि अभी तक जो मामले सामने आए हैं, उन्हें खतरनाक नहीं कहा जा सकता है. हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना मामलों में उछाल को देखते हुए सावधानी बरतनी होगी. उन्होंने कहा कि कोरोना का नया वेरिएंट कैसा बर्ताव करेगा, इसके बारे में फिलहाल कुछ कहना मुश्किल है.
कोरोना के बढ़ते मामलों से लोगों के बीच एक बार फिर से लॉकडाउन लगने की आशंकाएं पैदा होने लगी हैं. हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से अभी तक ऐसा कोई संकेत नहीं दिया गया है, लेकिन अगर भविष्य में कोरोना वायरस की स्थिति बेकाबू होती है तो लॉकडाउन लगने से इनकार नहीं किया जा सकता है. इन सबके बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से कोविड उपयुक्त व्यवहार को अपनाने की अपील की है. जिसमें भीड़-भाड़ वाले इलाकों में मास्क लगाने, दो गज की दूरी और सैनिटाइजेशन का इस्तेमाल करने को कहा गया है.
कोरोना के इस नए वेरिएंट को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट थ्योरी सामने नहीं आई है. हालांकि, कोरोना का ये नया वेरिएंट काफी समय से मौजूद है, लेकिन अचानक बढ़े मामलों ने चिंता जता दी है. बता दें कि पिछला कोविड म्यूटेशन ओमिक्रॉन का BF.7 सब-वेरिएंट था और अब XBB1.16 सब-वेरिएंट संक्रमण में बढ़ोतरी का कारण बन रहा है.