नई दिल्ली: चीन, जापान समेत कई देशों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बाद भारत सरकार भी अलर्ट है। कोरोना के मद्देनजर भारत में कोई पाबंदी तो नहीं लगाई गई, लेकिन इससे निपटने की तैयारी तेज कर दी गई हैं।


माना जा रहा है कि जनवरी में कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है। बीते तीन सालों के ट्रेंड को देखें तो अगले महीने कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिल सकती है। हालांकि, राहत की बात है कि कोरोना के मामले बढ़ने के बावजूद अस्पतालों में भर्ती होने की जरूरत नहीं पढ़ेगी। साथ ही इससे होने वाली मौत की आशंका भी कम रहेगी।

ओमिक्रोन का नया वैरिएंट बीएफ-7 भले ही चीन में कोहराम मचा रहा है, लेकिन भारत में इसका ज्यादा असर पड़ने की संभावना कम ही है। अधिकारियों का कहना है कि भारत में बनी कोविशील्ड और कोवैक्सीन काफी कारगर हैं। ऐसे में भारत में इसका उतना असर होने की आशंका नहीं है।

अगले हफ्ते चीन, जापान समेत 6 देशों से भारत आने वाले सभी यात्रियों के लिए एयर सुविधा फार्म भरना अनिवार्य किया जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, प्रस्थान से 72 घंटे पहले आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट भी अनिवार्य किए जाने की संभावना है। अभी चीन, जापान, हांगकांग, थाईलैंड, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना टेस्टिंग अनिवार्य की गई है। मंगलवार तक कुल 6 हजार यात्रियों की कोरोना टेस्ट किया जा चुका है। इनमें से 39 यात्री कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं।

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