अम्बिकेश गुप्ता
कुसमी। झारखण्ड की सीमा से लगे घोर नक्सल प्रभावित रहें बंदरचुआ के पटीयाखाड़ जंगल में नगेसिया समुदाय की एक महिला रविवार को अपने निजी कार्य से लगे जंगल गई थी। जिस पर अचानक एक भालू ने हमला कर दिया। भालू से बचने महिला किसी तरह खुद को चोटिल होने से बचाती रही। इस घटना की सूचना ग्राम बंदरचुआ में तैनात सीआरपीएफ जवानों को मिली. सूचना मिलते ही सीआरपीएफ के जवानों ने महिला को मौके पर भालू के हमले से बचाकर बुरी तरह लहूलुहान हो जाने पर उसे जंगल से पालकी बनाकर अपने कांघे में उठाकर प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ग्राम पंचायत सबाग पहुंचाया। इसके बाद से जवानों की प्रशंसा की जा रहीं हैं।
दरअसल बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सबाग से लगे ग्राम पंचायत नवाडीह खुर्द के ग्राम बंदरचुआ निवासी चलंगी नगेशिया पति दर्शन नगेशिया उम्र 47 वर्ष रविवार की शाम को जंगल में मवेशियों को चराने गई थी। जिस पर शाम करीब 4 बजे घनघोर झाड़ी से निकल कर एक भालू ने हमला कर दिया. घटना की जानकारी सीआरपीएफ जवानों को मिली. मामले में तुरंत गंभीरता बरतते हुए सीआरपीएफ कमाडेंट अपने जवानों के साथ नक्सल प्रभावित रहें इलाके की सूझबूझ के साथ परिस्थितियों को भापते करीब एक किलोमीटर जंगल के अंदर तत्काल मौके पर पहुंचे. सीआरपीएफ के जवानों ने मौके पर पहले महिला का प्राथमिक उपचार किया. फिर पालकी बनाकर अपने कांघे में उठाकर जंगल से बाहर सडक़ तक लाया।.
सराहना कर रहें ग्रामीण..
भालू के हमले से लहूलुहान महिला को कैंप से सीआरपीएफ 62 बटालियन की एंबुलेंस से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सबाग में उपचार कर उसे कुसमी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रेफर कर दिया गया। ग्रामीण अंचल ने बसें नगेसीय समुदाय की महिला के लिए मसीहा बनकर मदद करने वाले सीआरपीएफ जवानों के इस कार्य की क्षेत्रवासियों ने सराहना की है।
जवानों ने कहा..
जवानों ने बताया की 62वीं बटालियन सिआरपीएफ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के कमाडेंट प्रमोद कुमार सिंह के अगुवाई में सीआरपीएफ 62वीं बटालियन असिस्टेंट कमाडेन्ट संजय चौधरी और सबाग के सीआरपीएफ 62 बटालियन के असिस्टेंट कमाडेन्ट रामबहादुर सिंह के द्वारा बंदरचुआ में महिला किसी कारण वस जंगल गई थीं. जिस महिला का नाम चलँगी नगेसिया पति दर्शन नगेसिया जिला बलरामपुर जिसे भालू ने अचानक हमला कर दिया। जिसे पटीयाखाड़ के जंगल से जवानों द्वारा जान बचाया गया और घोर नक्सली क्षेत्र से शाम करीब 4 बजे सबाग हॉस्पिटल पहुंचाया गया।