कोरिया: कोरिया जिले में पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार के निर्देश पर साइबर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर नागरिकों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया है। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराधों से बचाव के उपायों की जानकारी देना था। जिसमे सिम कार्ड फ्रॉड, साइबर बुलीइंग और फर्जी फेसबुक आईडी जैसी समस्याओं के प्रति नागरिकों को सचेत किया गया है ।
यह जन जागरूकता कार्यक्रम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोनिका ठाकुर के मार्गदर्शन में 09 अक्टूबर 2024 को बैकुंठपुर के गरबा नाईट में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बैकुंठपुर द्वारा, रामगढ़ के दुर्गा पंडाल के जागराता में थाना प्रभारी सोनहत द्वारा किया गया है। इसी तरह, दिनांक 10 अक्टूबर 2024 को बैकुंठपुर के कुमार चौक में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बैकुंठपुर, थाना प्रभारी बैकुंठपुर द्वारा, थाना प्रभारी चरचा द्वारा बिशुनपुर जूनापारा दुर्गा पंडाल, नगर के पहाड़पारा एवं खरबत दुर्गा पंडाल के जागराता में किया गया है। वही थाना पटना क्षेत्र के कटकोना, पंडोपारा एवं पटना आदर्श चौक के दुर्गा पंडाल के जागराता के दौरान थाना प्रभारी पटना द्वारा और SDOP बैकुंठपुर द्वारा कटगोड़ी बाजार में एवं चौकी प्रभारी बचरा पोड़ी द्वारा साप्ताहिक बाजार बचरापोड़ी में साइबर जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
इस उपरोक्त कार्यक्रमो के दौरान सिम कार्ड फ्रॉड की जानकारी में बताया गया कि हैकर्स सिम स्वैपिंग तकनीक का उपयोग कर बैंक खातों से धन निकालने का प्रयास कर रहे थे। ऐसे में नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे केवल कस्टमर केयर के वास्तविक नंबरों का उपयोग करें और किसी भी अज्ञात स्रोत से आई कॉल्स या मैसेज का जवाब न दें।
कार्यक्रम में अभिभावकों को साइबर बुलीइंग की समस्या के बारे में जानकारी दी गई है। उन्हें सलाह दी गई कि वे अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखें और अत्यधिक ऑनलाइन समय बिताने वाले बच्चों के व्यवहार में होने वाले बदलावों का भी ध्यान रखें। बच्चों को साइबर अपराधियों से बचाने के उपाय भी बताए गए है। इसके अतिरिक्त, फर्जी फेसबुक आईडी से बचने के उपायों के बारे में बताया गया है, जिसमें नागरिकों को संदेहास्पद फेसबुक आईडी की पहचान करने और तुरंत रिपोर्ट करने की सलाह दी गई है। यह चेतावनी दी गई है कि साइबर अपराधी फर्जी आईडी का उपयोग करके व्यक्तिगत जानकारी चुराने या गलत संदेश फैलाने का प्रयास कर सकते हैं।
साइबर अपराधों से बचने के लिए ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। लोगों को यह भी सलाह दी गई कि वे ओटीपी को किसी के साथ साझा न करें, अनचाही लिंक पर क्लिक न करें और आधार सेंटर से पैसे आहरण करते समय अंगूठा निशान के दुरुपयोग का भी ध्यान रखें। इसके साथ ही, मोबाइल के माध्यम से किसी भी लॉटरी या लालच में न पड़ने के संबंध में भी बताया गया है। नागरिकों को रिमोट एक्सेस ऐप्स जैसे any desk, Team Viewer डाउनलोड करने से बचने की सलाह दी गई है, क्योंकि ये साइबर अपराधियों को उनके फोन तक पहुंच प्रदान कर सकते हैं।
बैंक खातों के पासवर्ड को मजबूत बनाने के लिए कम से कम आठ अंकों का संयोजन, जिसमें बड़े और छोटे अक्षर, संख्या और विशेष चिन्ह शामिल हों, का उपयोग करने की सलाह दी गई है ठगी का शिकार होने पर नागरिकों को तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क करने और शिकायत दर्ज कराने के लिए आवश्यक प्रमाण जैसे स्क्रीनशॉट और पहचान पत्र रखने की सलाह भी दी गई है। कस्टमर केयर सेवाओं का उपयोग करते समय केवल आधिकारिक वेबसाइटों से ही संपर्क नंबर प्राप्त करने की सलाह दी गई, ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके।