रायपुर: छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा कलिंगा विश्वविद्यालय, नवा रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में व्यक्तिगत व्यवहार व आदतों का पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन पर प्रभाव विषय पर वाद-विवाद एवं युवा संसद का आयोजन कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने किया। प्रतियोगिता के प्रारंभ में सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
इस अवसर पर कुलपति डॉ. श्रीधर ने प्रकृति को बचाने के लिए युवाओं को आगे आने का आह्वान किया। वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. अनिता सावंत ने कहा कि वर्तमान में हमें अपने जीवन शैली में बदलाव लाते हुए उसे पर्यावरण के अनुकुल बनाने की जरूरत है। मण्डल के जनसंपर्क अधिकारी, अमर प्रकाश सावंत ने कहा कि हमें प्लास्टिक पॉलीथीन के उपयोग से बचना चाहिए और कपड़े या जूट के थैलों का इस्तेमाल करना चाहिए।
कार्यक्रम में कलिंगा विश्वविद्यालय, अमेटी विश्वविद्यालय, आई.आई.आई. टी., नवा रायपुर, पं. रविशंकर विश्वविद्यालय, महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय एवं भिलाई इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कुल 30 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इनमें से 10 विद्यार्थियों का चयन कर इन्हें ईस्ट जोन की प्रतियोगिता के लिए नई दिल्ली भेजा जाएगा। जहां यह प्रतियोगिता 01 व 02 जून को आयोजित की जाएगी।