नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। एक तरफ जहां आज भी दुनिया के कई हिस्सों में कोविड-19 का प्रकोप देखने को मिल रहा है। देखा जाए तो भारत में आबादी जाने होने के बावजूद बड़ी तेजी से टीकाकरण किया गया है। इस बीच भारत में कोविड-19 के ताजा आंकड़े केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं और नए मामले 10 हजार से भी नीचे आए हैं। सोमवार को ताजा अपडेट के अनुसार, भारत ने पिछले 24 घंटे की अवधि में 8,488 नए कोरोना वायरस के मामले दर्ज किए। यह आंकड़ा 538 में सबसे कम है। इसके साथ ही देश में COVID-19 मामलों की कुल संख्या 3 करोड़ 45 लाख 18 हजार 901 हो गई है, जबकि सक्रिय मामले घटकर 1,18,443 हो गए, जो 534 दिनों व मार्च 2020 के बाद सबसे कम हैं। बताया गया कि कुल मामलों के 1% से कम है सक्रिय केसलोड, वर्तमान में 0.34% है।
सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, 249 लोगों की कोरोना वायरस से मौत भी हुई है। इसी के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,65,911 हो गई है। 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 4271 की कमी आई है। इसके अलावा, राष्ट्रीय COVID-19 रिकवरी दर 98.31 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो पिछले साल मार्च के बाद से सबसे अधिक है।
नए कोरोना वायरस संक्रमणों में दैनिक वृद्धि 45 सीधे दिनों के लिए 20,000 से नीचे रही है और लगातार 148 दिनों में 50,000 से कम दैनिक नए मामले सामने आए हैं। दैनिक सकारात्मकता दर 1.08 प्रतिशत दर्ज की गई। पिछले 49 दिनों से यह 2 फीसदी से भी कम है। साप्ताहिक सकारात्मकता दर भी 0.93 प्रतिशत दर्ज की गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 59 दिनों से यह 2 फीसदी से नीचे है। बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 3 करोड़ 39 लाख 34 हजार 547 हो गई, जबकि मृत्यु दर बढ़कर 1.35 प्रतिशत हो गई। बीते दिन 12,510 लोग डिस्चार्ज हुए।
राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में कोरोना वायरस के खिलाफ 116.87 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है। भारत की COVID-19 टैली की बात करें तो 7 अगस्त (2020) को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख मामलों को पार कर गया था। यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख मामलों को पार कर गया था। 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गया। भारत ने 4 मई तक दो करोड़ मामलों और 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर आंकड़ों को पार कर लिया था।