बलरामपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर राज्य भर के लिपिक आज 17 फरवरी को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करके मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपें। इसी तारतम्य में महिला प्रकोष्ठ प्रांताध्यक्ष शोभा श्रीवास्तव एवं प्रांतीय सचिव इम्तियाज अहमद के नेतृत्व में बलरामपुर जिले में भी लिपिकों ने जमकर नारेबाजी किया एवं संयुक्त कलेक्टर एच एल गायकवाड़ को ज्ञापन सौंपा।


उल्लेखनीय है कि 17 फरवरी 2019 को मुख्यमंत्री ने लिपिकों के प्रांतीय अधिवेशन के दौरान बिलासपुर में लिपिक वेतन विसंगति के निराकरण की घोषणा किया था। लेकिन तीन साल व्यतीत होने के बावजूद उस घोषणा का क्रियान्वयन नहीं हो पाया है, जिसके कारण प्रदेशभर के लिपिक व्यथित एवं आक्रोशित हैं। इसी क्रम में ध्यानाकर्षण हेतु आज प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा गया।

बलरामपुर जिलाध्यक्ष रमेश तिवारी ने बताया की मात्र 30 करोड़ की राशि वार्षिक बजट में प्रावधानित करने से लिपिकों की पीड़ा दूर की जा सकती है।

कोरोना संकट के बहाने सरकार कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है। कोरोना काल के प्रतिकूल परिस्थितियों मे कर्मचारियों ने जान की बाजी लगाकर निष्ठापूर्वक काम किया है। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा तीन वर्ष पूर्व हुई घोषणा के बावजूद अब तक लिपिकों के वेतनमान सुधार की दिशा में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। अब तो देशभर में कोरोना नियंत्रण में आ गया है, सब कुछ सामान्य हो चला है। इसलिये लिपिकों की मांग पर मुख्यमंत्री द्वारा किये गये घोषणा अनुरूप शीघ्र आदेश जारी होना चाहिये।

आज प्रदर्शन के दौरान संभागीय अध्यक्ष विकाश कश्यप, इक़बाल अहमद, संजय मरई, विनोद द्विवेदी, विनोद बेक, रीता बिरथरे, वेदमती मिश्रा, फुलेश्वरी प्रजापति, अर्चना मिंज, जसिन्ता कुजूर, सरवन्ति रवि, पूनम सिंह, शिखा टेकाम, आदर्शी भगत, नजमुद्दीन सिद्दीकी, आशीष गुप्ता, राजेश्वर यादव, चन्द्रिका प्रजापति, शिवशंकर प्रजापति, उमेश गुप्ता, मोहन कुजूर, अनूप रवि, इन्द्रदेव सिंह, अविन्द लकड़ा, परमेश्वर राम, विद्याभूषण पैकरा, कृष्णा वस्त्रकार, बुद्धदेव सिंह, हृदय सिंह सहित विभिन्न विभागों के लिपिक भारी संख्या में उपस्थित थे।

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