सूरजपुर: छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी राज्य के युवाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़ने एवं उनकी प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से युवा उत्सव 2022-23 का आयोजन किया जा रहा है। युवा उत्सव का आयोजन विकासखण्ड, जिला, संभाग और राज्य स्तर पर किया जाएगा। जिले के कलेक्टर इफ्फत आरा के कुशल मार्गदर्शन एवं जिला पंचायत सीईओ लीना कोसम के निर्देशन में जिले में विकासखण्ड स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन प्रत्येक ब्लॉक में 16 व 17 नवंबर को किया जायेगा। विकासखंड स्तरीय आयोजन के विजेता प्रतिभागी आगामी तिथि को आयोजित जिला स्तरीय में सम्मिलित होंगे, तत्पश्चात संभाग स्तर और अंत में राज्य स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन 12 से 14 जनवरी 2023 को रायपुर में किया जाएगा।युवा उत्सव का आयोजन दो आयु वर्ग 15 से 40 वर्ष एवं 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में किया जाएगा।
18 विधाओं में प्रतियोगिता आयोजित होंगी
इन विधाओं में लोकनृत्य, लोकगीत, एकांकी नाटक (हिन्दी, अंग्रेजी भाषा, छत्तीसगढ़ी), शास्त्रीय गायन हिन्दुस्तानी शैली, शास्त्रीय गायन कर्नाटक शैली, सितार वादन (शास्त्रीय वादन), बांसुरी वादन (शास्त्रीय वादन), तबला वादन (शास्त्रीय वादन), वीणा वादन (शास्त्रीय वादन), मृदगंम वादन(शास्त्रीय वादन), हारमोनियम वादन (सुगम वादन), गिटार वादन (भारतीय एवं पाश्चात्य संगीत), मणीपुरी (शास्त्रीय नृत्य), ओडिसी (शास्त्रीय नृत्य), भरतनाट्यम (शास्त्रीय नृत्य), कत्थक (शास्त्रीय नृत्य), कुचीपुड़ी (शास्त्रीय नृत्य), वक्तृत्व कला (शास्त्रीय नृत्य) आदि शामिल हैं।
अन्य गतिविधियां भी आयोजन में सम्मिलित होंगी
पारंपरिक एवं अन्य गतिविधियां भी आयोजन में सम्मिलित होंगी। इनमें सुआ, पंथी, करमा नाचा, सरहुल नाचा, बस्तरिहा लोकनृत्य, राउत नाचा, फुगड़ी, भौंरा, गेड़ी दौड़, रॉक बैंड (सीधे राज्य स्तर पर सम्मिलित किया जाएगा), पारंपरिक वेशभूषा (विविध वेशभूषा) प्रतियोगिता, फूड फेस्टिवल-छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के आधार पर प्रतियोगिता, चित्रकला प्रतियोगिता-छत्तीसगढ़ के लोक संस्कृति के चित्रण के आधार पर, कबड्डी, खो-खो, कुश्ती, मुख्यमंत्री भूपेश के द्वारा की गई घोषणानुसार राज्य के लोक साहित्य को भी शामिल किया गया है।
राज्य के लोक साहित्य भी शामिल
छत्तीसगढ़ राज्य विविध संस्कृति एवं विविध बोलियों वाला प्रदेश है, अतः जिला स्तर पर स्थानीय लोक कला (जैसे-पेंटिंग, हैण्डीक्राप्ट, भित्तीचित्र एवं अन्य), लोक भाषा का साहित्य जैसे गोंडी, हल्बी, कुडूक आदि एवं अन्य सभी लोक भाषा के जो भी लोक कलाकार प्रस्तुति देना चाहें, यदि वे छत्तीसगढ़ की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हों, उन सभी को जिला स्तर पर शामिल किया जाएगा। बौद्धिक श्रेणी में वाद-विवाद (तात्कालिक एवं समसमायिक विषयक), क्विज, निबंध प्रतियोगिताएं होंगी।
प्रतियोगिता संबंधित अधिक जानकारी एवं दिशा निर्देश हेतु प्रतिभागी अपने संबंधित विकासखंड के जनपद कार्यालय एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भी संपर्क कर सकते है।