कवर्धा: प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी 5 मई से 10 मई तक कृमिमुक्ति दिवस मनाने की तैयारी कर ली गई है। 1 से 19 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों और किशोर-किशोरियों को कृमि से मुक्त रखने के लिए देशभर में कृमिमुक्ति मुहिम चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में कवर्धा जिले में भी 368211 लक्षित वर्ग को एल्बेंडाजोल खिलाया जाएगा।
कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, तकनीकी शिक्षा विभागों तथा नगरीय निकाय को समन्वय के साथ उक्त अभियान को सफलता से सम्पन्न करने हेतु निर्देशित किया है।
सीएमएचओ डॉ मुखर्जी ने मुहिम के सम्बंध में बताया कि जिले भर के सभी लक्षित बच्चों को एल्बेंडाजोल खिलाया जाएगा, इसमें आंगनबाड़ी, शालेय और शाला त्यागी बच्चे शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 1 से 5 वर्ष तक के बच्चों को 200 एम जी और 5 से अधिक उम्र के बच्चों को 400 एम जी एल्बेंडाजोल खिलाया जाता है। उन्होंने बताया कि कवर्धा में 101722, बोड़ला में 83766, सहसपुर लोहारा में 68151 व पंडरिया में 114572 बच्चों का लक्ष्य है ,जिन्हें उक्त दवा की खुराक खिलाई जाएगी। छूटे हुए बच्चों के लिए आगामी 9 और 10 मई को मॉपअप राउंड चलाया जायेगा।
क्यों होता है कृमि और उससे क्या हानि होती है
डॉ सुजॉय मुखर्जी ने बताया कि नंगे पैर चलने, बिना हाथ धोए खाना खाने, खुले में शौच करने आदि कारणों से कृमि की समस्या होती है। कृमि के कारण खून की कमी (अनीमिया) , कुपोषण, भूख न लगना, थकान , बेचैनी, पेट मे दर्द , मितली, उल्टी-दस्त, और वजन में कमी आदि की समस्याएं होती हैं। इस समस्या के निदान के लिए स्वक्षता के साथ-साथ कृमि मुक्ति के लिए एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई जाती है।