बलरामपुर: पीडब्ल्यूडी पुराना रेस्ट हाउस में रंग-रोगन का कार्य 4 दिनों से प्रगति पर है। पुताई का कार्य कर रहे पेंटरों बताया कि अब तक कुल 60 लीटर सस्ता डिस्टेंपर का उपयोग किया गया है साथ ही और भी डिस्टेंपर खरीदे जा चुके हैं जिसे लगाना बाकी है। रेस्ट हाउस में उपयोग किए गए डिस्टेंपर के डिब्बों में किसी भी प्रकार का बारकोड, मेड डेट, एक्सपायरी डेट का स्टीकर नहीं लगा है उन्हें उखाड़ दिया गया है। डिस्टेंपर के डब्बों को देखते हुए यह लगता है कि वह एक्सपायर्ड सामान है।
रंग रोगन कार्य के विषय में जानकारी लेने के लिए फोन द्वारा बातचीत किए जाने पर पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता एन एक्का ने गैर जिम्मेदाराना पूर्वक जवाब देते हुए कहा कि बाजार में जो उपलब्ध होगा हम वही लगाएंगे और मैं एक ही काम के पीछे नहीं रहूंगा मुझे बलरामपुर अंबिकापुर बिलासपुर सभी जगह देखना पड़ता है। कार्यपालन अभियंता एन एक्का के बातों के विपरीत बलरामपुर में ही कई विभिन्न ब्रांड के पेंट जैसे इंडिगो, बर्जर, नैरोलैक, एशियन पेंट, डुलक्स के बड़े एजेंसी हैं जहां पर उच्च वाले इमल्शन पेंट भी उपलब्ध हैं जिसका उपयोग पूर्व में उसी पुराने पीडब्ल्यूडी के रेस्ट हाउस में किया जाता रहा है।
आगे देखना यह है कि बलरामपुर के पुराने भवन भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ जाएंगे या फिर उनका जीर्णोद्धार किया जाएगा