सूरजपुर: जिले में कलेक्टर डॉ गौरव कुमार सिंह के दिर्नेशानुसार जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रवेस सिंह सिसोदिया मार्गदर्शन में महिला एवं बाल विकास विभाग सूरजपुर बाल विवाह के प्रति सलग्न है जिले में बाल विवाह की सूचना मिलते ही संयुक्त टीम गांव पहुच कर बाल विवाह रोकवा रही है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल ग्रामीणों को समझाईस दे रह है और आल विवाह से होने वाले नुकसान से लोगों को अवगत करा रहे है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी चन्द्रवेश सिसोदिया को ग्रामीणों द्वारा जानकारी प्राप्त हुई कि ग्राम परमेश्वरपुर चंदौरा प्रतापपुर में एक 15 वर्षिय बालक का बाल विवाह होने जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल को निर्देशित किया कि संयुक्त टी मौके पर जाकर परीक्षण कर कार्यवाही करें। मनोज जायसवाल संयुक्त टीम के साथ गांव पहुचे जांच करने पर पता चला कि बालक मात्र 15 वर्ष 9 माह का है और यह उसका इसका विवाह है पूर्व में विवाह कर एक लड़की को छोड़ चुका है और इसका विवाह करने जा रहा है। बालक एवं उनके परिजनों को समझाईस दिया गया। और विवाह रोकने के सक्त निर्देश दिये। परीजन विवाह रोकने को राजी हो गये।
दूसरा मामला ग्रामीणों की सूचना पर ग्राम रैसरा पो0 चन्द्रमेढ़ा विकास खण्ड भैयाथान में बाल विवाह कि सूचना पर संयुक्त टीम जांच करने पहुची तो पता चला कि पढी ही नही है। पूछ ताछ करने पर पता चला कि बालिका स्कूल गई है और दुसरी तक पढाई की है, स्कूल से दाखिल खारीज की जांच करने पर बालिका मात्र 13 वर्ष 3 माह 17 दिन की निकली बालिका को एवं उनके परिजन को समझाया गया बालिका अत्यन्त छोटी है। इसका विवाह करने पर लड़का समस्त सभी को सजा हो सकता है। तब जाकर घर वाले विवाह नही करने पर सहमत हुए।
ग्रामीणों द्वारा 1098 में सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम गोविन्दपुर विकास खण्ड प्रतापपुर में 17 वर्षिय बालक का बाल विवाह होने वाला है। टीम जब वहां उम्र का सत्यापन की तो बालक 15 वर्ष 7 माह 27 दिन का निकला बालक के विवाह की आयु 21 वर्ष होने से बाल विवाह रोकवा दिया गया। उम्र होने पर ही विवाह करने की हिदायत दी गई।
उपरोक्त कार्यवाही में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, सामाजिक कार्यकता अंजनी साहू, आउटरीच वर्कर हरगोविन्द चक्रधारी, चाईल्ड लाईन से गोविन्दा साहू, शोभनाथ राजवाड़े, थाना प्रभारी चंदौरा बाजीराव एवं अन्य पुलिस उपस्थित थे।