बलरामपुर: शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमलोगों तक पहुंचाने एवं लोगों की समस्याओं का समाधान करने के उद्देश्य से कलेक्टर कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में 25 मार्च को विकासखण्ड बलरामपुर के ग्राम डौरा में समाधान शिविर का आयोजन किया गया। इस समाधान शिविर में कुल 68 आवेदन प्राप्त हुए। जिसका त्वरित निराकरण हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित कर दिया गया। शिविर में सभी विभाग के अधिकारियों द्वारा विभाग में संचालित योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों को दी गई।
जिला स्तरीय समस्या समाधान शिविर में सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह ने शिविर में उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा जिला प्रशासन आज इस समाधान शिविर में आमजनता के समस्याओं का निराकरण करने आये हैं, जहां आप लोगों की समस्याओं का निराकरण होगा। उन्होंने कहा सभी अधिकारी छत्तीसगढ़ सरकार के मंशा के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। खाद्य विभाग द्वारा लगातार लोगों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है। श्री सिंह ने कहा कि समाज कल्याण विभाग के द्वारा दिव्यांगों उनके आवश्यकता के अनुरूप सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है, साथ ही विभिन्न प्रकार के पेंशन स्वीकृत कर हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब हमारा जिला स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बेहतर कार्य कर रहा है। जिला अस्पताल में अब सभी प्रकार के बीमारियांे का इलाज किया जा रहा है। यहां अब विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की जा चुकी है, जिससे लोगों को बेहतर ईलाज मिल रहा है। क्षेत्र में पेयजल एवं बिजली की भी अच्छी व्यवस्था की गई है। उन्होंने क्षेत्रवासियों को जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले 31 तारीख को डौरा-कोचली में तहसील कार्यालय प्रारंभ होगा। इस अवसर पर उन्होंने डौरा-कोचली में स्ट्रीट लाईट हेतु 2 लाख रूपये, माध्यमिक शाला डौरा में नलकूप खनन, ग्राम कोदौरा में बासी अंजनी के घर के पास नलकूप खनन, स्कूल के खेल मैदान के समतलीकरण हेतु 1 लाख 50 हजार रूपये तथा शंकरतालाब के सौंदर्यीकरण के लिए 10 से 12 लाख रूपये देने की घोषण की।
कलेक्टर कुन्दन कुमार ने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को सूनने एवं निराकरण करने के लिए जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से शासन द्वारा संचालित मूलभूत योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। कलेक्टर ने कहा कि पानी व बिजली एक संपदा है इसे बचाकर रखना है।
जिला स्तरीय सरकार तुंहर द्वार” के तहत् आयोजित समाधान शिविर में कुल 68 आवेदन मिले जिसमें 66 मांग व 02 शिकायत प्राप्त हुए। जिसका त्वरित निराकरण हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित कर दिया गया है। समाधान शिविर में विभिन्न शासकीय योजनाओं के तहत् हितग्राहीमूलक कीट का वितरण जैसे कृषि विभाग द्वारा 40 कृषकों को मक्का बीज का मिनी कीट, मछली पालन विभाग द्वारा एक कृषक को जाल व एक को आईस बॉक्स, खाद्य विभाग द्वारा 8 हितग्राहियों को राशन कार्ड, शिक्षा विभाग द्वारा 40 छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र, शिक्षा विभाग सरस्वती सायकल योजना के तहत 74 छात्राओं को सायकल का वितरण किया। इसी प्रकार समाज कल्याण विभाग द्वारा राष्ट्रीय परिवार सहायत योजना के तहत 8 हितग्राहियों को 20-20 हजार की सहायता राशि, 02 हितग्राहियों को श्रवण यंत्र व 02 हितग्राहियों को मोटराईज्ड ट्रायसायकल तथा 10 हितग्राहियों को छड़ी, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 16 हितग्राहियों को मच्छरदानी, आदिवासी विकास विभाग द्वारा 7 हितग्राहियों को वनाधिकार पत्र तथा 03 किसानों को किसान किताब का वितरण किया गया। शिविर में श्रम विभाग द्वारा शिविर स्थल पर ही 30 श्रमिकों का श्रम कार्ड, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के द्वारा 24 ग्राम पंचायतों के 401 श्रमिकों का जॉब कार्ड, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 24 हितग्राहियों का आयुष्मान कार्ड तथा 06 पहाड़ी कोरवा परिवार का हेल्थ कार्ड बनाकर वितरित किया गया। महिला बाल विकास विभाग द्वारा 07 नन्हें-मुन्ने बच्चों का अन्नप्राशन एवं 09 गर्भवती माताओं का गोदभराई कराया गया। समाधान शिविर में ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह द्वारा एलईडी बल्ब, मशरूम, बेकरी, साबुन व मशाले का स्टॉल लगाया गया था, साथ ही बैंक सखी द्वारा विभिन्न योजनाओं के द्वारा लेन-देन किया गया।
शिविर में पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू, वनमण्डलाधिकारी विवेकानन्द झा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बलरामपुर भरत कौशिक, क्षेत्र के निर्वाचित जनप्रतिनिधि व गणमान्य नागरिक तथा जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी-कर्मचारी सहित भारी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।