अंबिकापुर: संभाग स्तरीय युवा महोत्सव एवं छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का रंगारंग शुभारंभ सोमवार को पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में हुआ। समारोह का शुभारंभ अतिथियों के द्वारा मां सरस्वती एवं छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन व राजगीत के साथ किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने वर्चुअल माध्यम से संभाग स्तरीय युवा महोत्सव एवं छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के शुभारंभ की विधिवत घोषणा की। उन्होंने इस अवसर पर टीम भावना व अनुशासन के साथ प्रतिभा प्रदर्शन हेतु प्रतिभागियों को शपथ दिलाया। इस अवसर पर प्रतिभागियों के उत्साहवर्धन के लिए जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने रस्साकसी में दमखम दिखाया। 12 से 15 दिसम्बर तक आयोजित संभाग स्तरीय आयोजन में 6 जिलों के करीब 5800 प्रतिभागी अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य में विकास कार्य तेजी से संचालित हो रहा है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश की पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने को तथा सांस्कृतिक विरासत को सहेजने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक एवं युवा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन से युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेंगे जिससे वे नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे और अपना तथा देश-प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी ग्राम पंचायत, क्लस्टर, विकासखंड तथा जिला स्तर के बाद संभाग स्तर पर पहुंचे हैं। सभी प्रतिभागी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। यहां से चयनित होने के बाद राज्य स्तर पर संभाग का प्रतिनिधित्व करेंगे।
समारोह के विशिष्ट अतिथि एवं खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश से विलुप्त हो रही पारंपरिक खेल को जीवंत रखने तथा युवाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों से जोड़े रखने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक एवं युवा महोत्सव शुरू करने का निर्णय लिया। इस आयोजन से सभी वर्ग के लोगों को अपनी हुनर प्रदर्शन के लिए मंच मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में संस्कृति विभाग द्वारा पहली बार अन्तराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें देश-विदेश के लोक कलाकारों ने प्रदेश को जाना। छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को धान के समर्थन मूल्य के अतिरिक्त आदान राशि भी दे रही है जिससे किसानों को अपनी उपज का बेहतर मूल्य मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अब 65 प्रकार के वनोपज की खरीदी हो रही है तथा तेंदूपत्ता का दर 4000 रुपये मानक बोरा हो गया है। उन्होंने कहा की प्रतियोगिता के विजेता टीम को संस्कृति विभाग की ओर से प्रथम पुरस्कार 10 हजार, द्वितीय पुरस्कार 7500 तथा तृतीय पुरस्कार 5 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसी प्रकार एकल प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार 1 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार 750 रुपये एवं तृतीय पुरस्कार 500 दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि संस्कृति विभाग के चिन्हारी पोर्टल में पंजीकृत जिले के करीब 200 मंडलियों को 5-5 हजार दिए जाएंगे।
सीजीएमएससी के अध्यक्ष व लुण्ड्रा विधायक डॉ प्रीतम राम ने कहा कि जब से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार बनी है तब से प्रदेश में त्यौहार का मौसम है। सभी तरह उल्लास और उमंग है। उन्होंने कहा कि छत्तसगढ़िया ओलाम्पिक व युवा महोत्सव के आयोजन से लोगों का मनोबल बढ़ता है। शारीरिक व मानसिक रूप से लोग स्वास्थ होते हैं।
ऑडिटोरियम होगी वातानुकूलित- इस अवसर पर खाद्य मंत्री ने पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में एयर कंडीशन एवं साउंड सिस्टम लगवाने हेतु राशि स्वीकृत करने की घोषणा की। वर्तमान में ऑडिटोरियम में साउंड सिस्टम नहीं होने से किराए से लेना पड़ता है।
मांदर बजाकर किया उत्साहवर्धन-
खाद्य मंत्री ने प्रतिभागियों का उत्साह वर्धन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे प्रतिभागियों के साथ मांदर बजाई व फोटो भी खिंचवाई।कार्यक्रम को खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह, छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के उपाध्यक्ष इरफान सिद्दीकी, तेल घानी बोर्ड के सदस्य लक्ष्मी गुप्ता, बीज प्रमाणीकरण बोर्ड के सदस्य अरविंद गुप्ता, गौ सेवा आयोग के सदस्य श्री अटल बिहारी यादव ने भी संबोधित किया।
प्रभारी कलेक्टर विश्वदीप ने बताया कि 4 दिवसीय संभाग स्तरीय आयोजन में सरगुजा, जशपुर, बलरामपुर-रामानुजगंज, सूरजपुर, कोरिया तथा मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर जिले के प्रतिभागी शामिल होंगे। यहाँ से उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होंगे।इस अवसर पर कृषक कल्याण परिषद के सदस्य संजय गुप्ता, जनपद उपाध्यक्ष त्रिलोकी सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रतिष्ठा ममगई, अपर कलेक्टर एएल ध्रुव सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में प्रतिभागी उपस्थित थे।