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मनेंद्रगढ़: स्थानीय विधायक व सीजीएमएससी के संचालक डॉ. विनय जायसवाल सोमवार को खड़गवां विकासखंड के सामुदायिक भवन में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे। उन्होंने कार्यक्रम में 184 हितग्राहियों को व्यक्तिगत वनाधिकार पत्र और सामुदायिक उपयोग के लिए 2 पंचायतों को सामुदायिक वन अधिकार पत्र प्रदान किया। इस दौरान डॉ. जायसवाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वनाधिकार अधिनियम 2006 के तहत भूमिहीन आदिवासियों और परंपरागत वनवासियों को भूस्वामी हक़ देने के मामले में छत्तीसगढ़ देश में अग्रणी राज्य बन गया है। वनांचल और जंगलों के बीच रहने वाले प्रत्येक परिवार को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहे हैं। राज्य में सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में वनोपज संग्राहक परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए अनेक फैसले लिए गए। वनोपज संग्रहण और वनाधिकार पत्र वितरण भी उनमे से एक है। व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र के हितग्राहियों को केवन वन अधिकार पत्र ही नहीं सौंपे जा रहे बल्कि उनकी मान्य वन भूमि पर शासकीय योजनाओं के कन्वर्जेंस से सिंचाई सुविधा, खाद-बीज और कृषि उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएँगे।
कार्यक्रम में प्रभारी अपर कलेक्टर और एसडीएम खड़गवां नयनतारा सिंह तोमर, तहसीलदार सुधीर खलखो, जनपद सीईओ सीएस शर्मा, जनपद अध्यक्ष सोनमती उर्रे, जनप्रतिनिधि व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।