अभिषेक सोनी
अंबिकापुर:अंबिकापुर शहर की खस्ताहाल सड़कों को लेकर कांग्रेस ने आज गांधी नगर थाना क्षेत्र के एमजी रोड पर चक्का जाम कर प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के कारण शहर में यातायात पूरी तरह से ठप हो गया, और सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। सरगुजा और बलरामपुर का दुर्भाग्य रहा है कि लगातार विरोध प्रदर्शन और आंदोलन के बाद भी इनकी मांगों को अनदेखा कर दिया जाता है जिससे यहां के लोग सड़क पर उतर आंदोलन करने मजबूर है।
खराब सड़कों को लेकर कांग्रेस का उबाल
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एमजी रोड पर चक्का जाम करते हुए जमकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि शहर की प्रमुख सड़कें, विशेष रूप से एमजी रोड, लंबे समय से खस्ताहाल हैं। सड़क में गहरे गड्ढे और टूटी हुई सड़कें नागरिकों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन गई हैं। हालांकि इस समस्या पर प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है, जिससे आम जनता परेशान हो रही है।
चक्का जाम की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे और सड़क मरम्मत का आश्वासन मिलने तक जाम समाप्त करने से मना कर दिया। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और यह वादा किया कि सड़क मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। फिलहाल खबर लिखे जाने तक भीड़ नियंत्रण करने के कोशिश की जा रही थी।कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाए। उनका कहना है कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों को नजरअंदाज किया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान एमजी रोड पर वाहनों की लंबी कतारें लगने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। कई स्कूली बच्चे और ऑफिस जाने वाले लोग समय पर अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच सके। चक्का जाम ने लोगों को भारी परेशानी में डाल दिया, जबकि रोजमर्रा के कामों में भी रुकावट आई।
प्रशासन पर दबाव, देखना होगा कदम क्या होंगे
अंबिकापुर में सड़कों की खस्ता हालत को लेकर जनता का आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। इस चक्का जाम ने प्रशासन को मजबूर किया है कि वह इस समस्या पर ध्यान दे। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस विरोध के बाद कितनी जल्दी सड़कों की मरम्मत कार्य शुरू करता है और जनता को कब तक राहत मिलती है।
यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल, अफसरों की अनदेखी बन रही आमजनों के परेशानी का कारण
अंबिकापुर शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल होती नजर आ रही है।पूरे शहर में चाहे मुख्य शहर मार्ग हो या अन्य मार्ग सारे सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। लगातार अफसरों को अवगत कराने के बाद भी उनकी अनदेखी आमजनों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। यातायात व्यवस्था आज शहर की प्रमुख मुद्दों में से एक है जिसकी तरफ से शासन और प्रशासन मुंह फेरती नजर आ रही ही। अधिकारी, कर्मचारी यातायात व्यवस्था का जायजा लेना तो दूर शिकायतों की भी अनदेखी कर देते है जिससे आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती है इस दिशा में कथित यातायात प्रभारी का अंकुश न होना अनेेक संदेहों को जन्म दे रहा है। कहने को शहर के हर चौक-चौराहोें में यातायात पुलिस की तैनाती तो रहती है, मगर उनके सुस्त रवैए से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो गई है। यातायात विभाग के उदासीन रवैए से आमजनों और राहगीरों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ता है जिससे शहर के निवासियों में भारी रोष है।
माइनिंग विभाग की मेहरबानी से खुलेआम दौड़ रहे ओवरलोड वाहन बन रहे खस्ताहाल सड़क का कारण
सरगुजा और बलरामपुर जिले में आरटीओ और माइनिंग विभाग की मिलीभगत से बिना जीएसटी बिल व पिटपास ओवरलोड वाहन गिट्टी लेकर दौड़ रहे हैं। इससे सड़कों की हालत जर्जर हो रही है बिना जीएसटी बिल व पिटपास गिटटी परिवहन करने से खनिज विभाग को राजस्व का बड़ा नुकसान हो रहा है। इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। ओवरलोड वाहन चलने के कारण सड़क पूरी तरह से उखड़कर गड्ढों में तब्दील हो जा रही है। जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। आरटीओ व माईनिंग विभाग सिर्फ दो-चार वाहनों को पकड़ कर कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर देते हैं। वही बरियों क्षेत्र अंबिकापुर व बरियों से रामानुजगंज, कुसमी तक कई पुलिस चौकी और थाना पड़ता है। मगर इनका वाहन कही चेकिंग नहीं होती।सड़क दुर्घटनाओं में कई लोंगो की मौत हो चुकी है इसके बाद भी विभाग को ध्यान नहीं है। जिम्मेदार विभाग मूकबधिर बन दुर्घटनाओं के आंकड़े गिन रही हैं। लगातार विरोध प्रदर्शन और आंदोलन के बाद भी प्रशासन इन पर लगाम कसने में कामयाब नहीं हो पाई है।