अंबिकापुर: प्रकृति के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण विकसित करने के साथ-साथ पारिस्थितिकी समस्याओं के समाधान के लिए एक्शन मोड में काम करने के लिए राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अंबिकापुर में गठित ईको क्लब की कार्यशाला आयोजित की गई।

महाविद्यालय के भूगोल, वनस्पति शास्त्र, प्राणी विज्ञान तथा रसायन शास्त्र विषय के 200 स्नातकोत्तर छात्रों को इको क्लब की सदस्यता प्रदान करते हुए आज ईको क्लब के लोगो (LOGO) का विमोचन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉक्टर रिजवान उल्ला ने भारत सरकार के पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के मार्गदर्शी सिद्धांतों के अनुरूप महाविद्यालय में ईको क्लब के गठन को एक रचनात्मक प्रयास बताया। इस क्लब के बनने से न सिर्फ महाविद्यालय परिसर बल्कि अम्बिकापुर नगर में भी चिन्हांकित स्थलों की पहचान कर कार्य योजना को क्रियान्वित किया जाएगा। महाविद्यालय आई. क्यू. ए. सी. के समन्वयक एवं भूगोल प्राध्यापक डॉ अनिल सिन्हा ने इस अवसर पर कहा कि ईको क्लब पारिस्थितिकी समस्याओं के प्रति जागरूकता के साथ-साथ ईको फ्रेंडली कॉन्सेप्ट को क्रियान्वित करने की योजना होती है। इस क्लब में प्राकृतिक विज्ञान से जुड़े विषय वनस्पति शास्त्र, प्राणी शास्त्र, रसायन शास्त्र एवं भूगोल के छात्रों की सक्रिय सहभागिता से इको क्लब की योजना बेहतर ढंग से संचालित होगी।भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ आर के जायसवाल ने कहा कि वृक्षारोपण, स्वच्छता चेतना, सोखता गड्ढे का निर्माण, वाटर हार्वेस्टिंग, स्वास्थ्यप्रद आदतों की चेतना, कचरो का निपटान इत्यादि पर्यावरणीय कार्यक्रमों के आयोजन से इको क्लब का उद्देश्य पूरा होगा।

इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए इको क्लब की महाविद्यालय संयोजक दीपिका स्वर्णकार में कहा की जल मंडल, वायुमंडल, स्थल मंडल एवं जीव मंडल के संरक्षण के दृष्टिकोण से इको क्लब के सदस्यों को चार हाउसों में बांटा जाएगा तथा उन्हें प्रति माह की कार्य योजना प्रदान की जाएगी। प्रोफेसर दीपिका ने इको क्लब के उद्देश्य तथा उससे संबंधित मॉडलों का प्रदर्शन पीपीटी द्वारा स्मार्ट पैनल के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्राध्यापकों में शसरोज तिर्की, गिरिजा सिंह डॉक्टर जरमीना तिर्की ,डॉक्टर रामेश्वरी बंजारा ,शशि कला सनमानी ,डॉक्टर शिल्पा तिवारी ,ओमकार कुशवाहा , दीपिका टोप्पो ,गीतांजलि कुशवाहा, मोहिनी तिवारी कथा उपरोक्त चारों विभागों की समस्त स्नातकोत्तर छात्र छात्राएं उपस्थित रहीं।समापन सत्र में आशीष मिश्रा सहायक प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र ने सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया।

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