रायपुर: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED ने शुक्रवार को बड़ा एक्शन लिया है. ED ने इस मामले में पूर्व IAS अनिल टुटेजा, रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर समेत कई आरोपियों की 205.49 करोड़ की संपत्ति को सीज कर दिया है. इसमें 18 चल और 161 अचल संपत्तियां शामिल हैं, जिन्हें अस्थायी रूप से कुर्क किया गया है.
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में इस एक्शन की जानकारी ED ने दी है. ED की टीम की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट के जरिए बताया गया- रायपुर ED ने छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले की चल रही जांच में पूर्व IAS अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अन्य की करीब 205.49 करोड़ रुपए की 18 चल और 161 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है.
ED, Raipur has provisionally attached 18 movable and 161 immovable properties worth Rs. 205.49 Crore (approx.) belonging to Anil Tuteja, Ex-IAS, Anwar Dhebar and others in the ongoing investigation of liquor scam in the State of Chhattisgarh. pic.twitter.com/wK378rPXTq
— ED (@dir_ed) May 3, 2024
छत्तीसगढ़ राज्य में करीब 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाला मामले का खुलासा हुआ है.अब तक इस शराब घोटाला मामले में 70 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है. इस मामले को लेकर ED का कहना है कि छत्तीसगढ़ में साल 2019 से साल 2022 के बीच करीब 2000 करोड़ रुपए का शराब घोटाला हुआ है. इस मामले में कथित तौर पर राज्य के नेताओं और अधिकारियों का सर्मथन होने की बात भी सामने आई है. फिलहाल, ED इस केस में आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है.
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री, IAS अफसर, पूर्व आबकारी अधिकारी और बड़े कारोबारियों समेत अब तक कुल 70 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है. इनमें से पूर्व IAS अनिल टुटेजा वर्तमान में ED की हिरासत में हैं, जिनसे पूछताछ जारी है. वहीं, कारोबारी त्रिलोक सिंह EOW की रिमांड पर हैं. उनके अलावा रायपुर मेयर के भाई और कारोबारी अनवर ढेबर, अरविंद सिंह और पूर्व आबकारी अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी जेल में हैं. सभी से टीम पूछताछ कर रही है.