अंबिकापुर: शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं आदिम जाति कल्याण तथा कृषि मंत्री रामविचार नेताम रविवार को अंबिकापुर स्थित निजी स्कूल के शुभारंभ अवसर पर पहुंचे जहां उन्होंने फीता काटकर स्कूल का औपचारिक शुभारंभ किया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री अग्रवाल ने स्कूली छात्र-छात्राओं, परिजनों, शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन को शुभकामनाएं दी।
शिक्षा मंत्री श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर शासन की शिक्षा के प्रति सर्वोच्च प्राथमिकता जाहिर की और कहा कि शिक्षा के केंद्र समर्पण और संस्कार के केंद्र बने। पहली कक्षा से 12वीं तक बच्चों को शिक्षा के लिए बाहर ना भेंजे, उन्हें परिवार के साथ रखें। इस उम्र में ही बच्चे माता-पिता और परिवार से नैतिक मूल्यों और सामाजिक संस्कारों को ग्रहण करते हैं, जो उन्हें बेहतर नागरिक बनाते हैं। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा न्यू एजुकेशन पॉलिसी पर काम किया जा रहा है। जिसमें बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए इन सभी बिंदुओं को भी ध्यान में रखा जा रहा है। स्कूलों में पहले पीरियड में नैतिक शिक्षा, योगा सहित महापुरुषों को जीवनी की शिक्षा बच्चों को दी जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के केंद्र व्यवसाय नहीं बल्कि प्रतिभाओं को सामने लाने की पहल करें। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा की व्यवस्था से ही काम में संतुष्टि मिलेगी।
इस अवसर पर आदिम जाति कल्याण तथा कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने भी स्कूली बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए बेहतर शिक्षा एवं सफलता हेतु शुभकामनाएं प्रेषित की। इस दौरान अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, स्कूल प्रबंधन और शिक्षक, स्कूली बच्चे एवं उनके परिजन उपस्थित रहे।