अंबिकापुर/मैनपाट: नई शिक्षा नीति के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मैनपाट के 25 संकुलों के सभी विद्यालयों में 22 जुलाई से 28 जुलाई तक शिक्षा सप्ताह का आयोजन किया गया। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी योगेश शाही और बीआरसीसी बलबीर गिरी के मार्गदर्शन में आयोजित इस सप्ताह का समापन संकुल सरभंजा के विद्यालयों में धूमधाम से किया गया।
समापन दिवस के अवसर पर प्राथमिक शाला लुरेना के प्रांगण में पालक शिक्षक बैठक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ग्राम लुरेना के सरपंच, उपसरपंच, SMC के सदस्य और बच्चों के पालक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। संकुल समन्वयक काजेश कुमार घोष ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जनप्रतिनिधियों और पालकों से बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
घोष ने कहा कि विद्यालय की व्यवस्था तभी सुचारु रूप से संचालित हो सकती है जब जनप्रतिनिधि और पालक स्कूल की व्यवस्था में योगदान दें। उन्होंने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने और गाँव में घूमते बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी लेने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि शासन ने शिक्षकों से उनकी छड़ी छीन ली है, जिससे पालकों की जिम्मेदारी और बढ़ गई है कि वे बच्चों को अनुशासन में रखें और गुरुओं का सम्मान करना सिखाएं।
कार्यक्रम के अंत में सभी पालक और बच्चों के लिए शानदार न्योता भोजन की व्यवस्था की गई थी। इस कार्यक्रम में प्रधानपाठक लक्ष्मीनारायण, अरुण गोविन्द पैकरा, कुमारी शैलजा खलखो, अजय प्रकाश रत्नेश, और प्राथमिक शाला की प्रधान पाठिका शशिकांत तिर्की के साथ-साथ अनंत राम भक्त भी उपस्थित रहे।