सूरजपुर: शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कन्दरई की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवकों द्वारा सोमवार को देवगढ़ स्थित गौरीशंकर मंदिर, छेरका देउर देवी मंदिर एवं ग्राम कलछा व भदवाही के बीच स्थित सतमहला मंदिर का किया गया शैक्षणिक भ्रमण। कार्यक्रम अधिकारी राजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में छात्र-छात्राओं ने सर्वप्रथम रेणुका नदी के किनारे प्राचीन काल में ऋषि यमदग्नि की तपो स्थल रहा देवगढ़ स्थित गौरीशंकर मंदिर में पूजा -अर्चना कर अर्द्ध नारीश्वर शिव लिंग, एकादश रुद्र भग्नावशेष, गोल्फी मठ की संरचना, आयताकार भूगतशैली में निर्मित शिव मंदिर के साथ पुरातात्विक कलात्मक मूर्तियों का अवलोकन किया गया। छात्र- छात्राओं ने ग्राम कलछा -भदवाही के बीच स्थित ऐतिहासिक एवं पुरातात्विक स्थल ईटों से निर्मित सात भग्न प्राचीन मंदिरों का समूह सतमहला मंदिर का भ्रमण कर 8वीं व 9वीं सदी में निर्मित पंचायतन शिव मंदिर, षटभुजाकार कुआं, सूर्य प्रतिमा नंदा मंड़प, गंगा, यमुना व जलाधारी शिव लिंग की भग्नावशेष मूर्तियों के साथ सतमहला मंदिर के सामने व आस-पास बने अनेक तालाबों का अवलोकन कर प्राचीन काल में जल संरक्षण के तरीकों, महत्व एवं उसकी उपयोगिता को छात्र-छात्राओं द्वारा समझा गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी राजीव कुमार सिंह ने स्वयंसेवकों से कहा देश के पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक स्थलों का अवलोकन कर हम प्राचीन कला संस्कृति, स्थापत्य कला एवं इतिहास की धरोहरों से परिचित होकर गौरवान्वित होते है। शैक्षणिक भ्रमण में छात्र-छात्राएं सहित अन्य सम्मिलित रहे।