सूरजपुर: सूरजपुर जिले में इन दिनों बिजली विभाग की मनमानी चरम पर है। आए दिन बिजली कटौती ग्रामीण इलाकों में परेशानी बढ़ी हुई है। सूरजपुर जिला मुख्यालय के नजदीक के दर्जनों गांव में पिछले तीन महीने से बिजली की आंख मिचौली चल रही है। विभाग के अफसर इस संबंध में पूछने पर कहते है कि फाल्ट आ गया है। परमिट लेकर बिजली काटा गया है। पिछले तीन महीने से बिजली कटौती को लेकर यही रटा रटाया जवाब दिया जाता है। वहीं अब भी व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर ग्रामीणों में आक्रोश है। यही वजह है कि आज क्षेत्रवासियों ने बिजली विभाग के सहायक अभियंता से मुलाकात की और सप्ताहभर के भीतर व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
दरअसल, सूरजपुर जिला मुख्यालय के नजदीक महंगवा सब स्टेशन से रामनगर, रुनियाडीह, सरस्वतीपुर, रामपुर, सोहागपुर, करंजी, खरसुरा समेत दर्जनों गांव में पिछले तीन महीने से बिजली की आंख मिचौली चल रही है। इस वजह से क्षेत्र के किसान, व्यवसायी, स्टूडेंट्स, बच्चे सब परेशान हैं। मानसून से पहले बिजली विभाग द्वारा मेंटनेंस के नाम पर हर रोज बिजली काटा जाता रहा। इसके बाद भी अब तक ना जाने क्यों इनकी समस्या सुलझ नहीं पा रही है। ऐसे में विभाग के बड़े अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लग रहे है। उनके कर्मचारी लगातार फाल्ट के नाम पर बिजली काट रहे है। लेकिन अधिकारी व्यवस्था दुरुस्त करने का नाम नहीं ले रहे है।
इसी कड़ी में आज रामनगर क्षेत्र के दर्जनों ग्रामीण बिजली विभाग के सूरजपुर कार्यालय पहुंचे और सहायक अभियंता बीएस मरकाम से मुलाकात उनसे व्यवस्था जल्द से जल्द सुधारने की मांग की। वहीं सप्ताहभर में व्यवस्था नहीं सुधरने पर उग्र आंदोलन की चेतवानी दी है। इस दौरान राहुल जयसवाल, पारसलाल प्रजापति ,बृजलाल सिंह, गोवर्धन केवंट, दीपेश कुशवाहा, पारसनाथ सिंह, संजय मानिकपुरी, अनोज यादव, सोनू यादव,सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।